आयुक्तालय में हंगामा: सांसद जलील संग निवेशकों ने तोड़े बैरिकेट्स, हुई धक्कामुक्की, छोड़ी आंसू गैस, 4 बेहोश

सांसद जलील संग निवेशकों ने तोड़े बैरिकेट्स, हुई धक्कामुक्की, छोड़ी आंसू गैस, 4 बेहोश
  • सांसद जलील संग निवेशकों का प्रदर्शन
  • बैंक घाेटालों को लेकर आयुक्तालय में हंगामा
  • पुलिस ने आंसू गैस छोड़ी

डिजिटल डेस्क, छत्रपति संभाजीनगर। पतसंस्था के निवेशकों ने सांसद इम्तियाज जलील के नेतृत्व में संभागीय आयुक्त कार्यालय के सामने मंगलवार दोपहर आंदोलन किया। पुलिस ने संभागीय आयुक्त को ज्ञापन देने के लिए केवल महिलाओं को भीतर जाने की इजाजत दी, लेकिन उनके पीछे पुरुषों की भीड़ भी आयुक्तालय में घुसने लगी। पुलिस ने उन्हें रोका तो जलील संग आंदोलकारी आक्रामक हो गए और उन्होंने बैरिकेट्स तोड़ डाले। इस दौरान पुलिस व निवेशकों में धक्कामुक्की होने से महिला पुलिस कर्मी घायल हुई। स्थिति को काबू में करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस छाेड़कर भीड़ को तितर-बितर करने का प्रयास किया। इसमें चार लोगों के बेहोश होने की खबर है। देर शाम संभागीय आयुक्त ने स्वयं बाहर आकर ज्ञापन स्वीकार किया जिसके बाद आंदोलन खत्म किया गया।

आंदोलनकारियों के जबरन घुसने से बिगड़ी स्थिति

आदर्श नागरी पतसंस्था, आदर्श नागरी महिला बैंक, अजिंठा अर्बन को. ऑप. बैंक, ज्ञानोबा अर्बन को.आप. क्रेडिट सोसाइटी लि, आशा इन्वेस्टमेंट एंड डेवलपर्स, यशस्विनी, कृष्णाई, नवरंग, आधार, राधाई पतसंस्था, मलकापुर अर्बन को. ऑप. बैंक लि. आदि पतसंस्थाओं में हजारों निवेशकों ने करोड़ों का निवेश किया है। लेकिन, सभी पतसंस्थाएं बोरिया बिस्तर लपेटकर भाग गई हैं। कई निवेशकों ने लाखों की ठगी होने के बाद सांसद जलील के नेतृत्व में उनका पैसा लौटाने के लिए संभागीय आयुक्त कार्यालय के सामने दोपहर से आंदोलन शुरू किया था। पुलिस ने महिलाओं को ज्ञापन देने के लिए संभागीय आयुक्त कार्यालय में जाने की इजाजत दी। लेकिन, महिलाओं के पीछे पुरुष भी काफी संख्या में भीतर घुस गए।

इस समय पुलिस और निवेशकों में हुई धक्कामुक्की के दौरान पुलिस महिला कर्मी घायल हुई। स्थिति पर काबू पाने के लिए पुलिस ने आंसू गैस छोड़ी, जिसमें तीन-चार महिलाएं बेहोश होकर गिर गईं। हंगामे के बाद सांसद जलील संग निवेशकों की बड़ी भीड़ ने संभागीय आयुक्त के कक्ष के सामने सीढ़ियों पर ही ठेरा जमाकर नारेबाजी की। कहा कि जब तक संभागीय आयुक्त निवेशकों को पैसे दिलाने का लिखित आश्वासन नहीं देते, तब तक यहां से नहीं हिलेंगे। इस कारण शाम तक हंगामा जारी रहा

पैसे मिलने तक जारी रहेगी लड़ाई

सांसद जलील ने बताया कि सरकार से कहना चाहता हूं कि मुझ पर और बेगुनाह लोगों पर आंसू गैस छोड़कर हमको आंदोलन करने से तुम रोक नहीं सकते। बेसहारा लोगों के मेहनत के पैसे उनको मिलने तक मेरी लड़ाई जारी रहेगी। आंसू गैस से सांसद जलील की आंखों में दर्द होने से आंदोलकारी महिलाओं ने उनकी आंखों पर रुमाल रखकर सहारा दिया।

मुंबई से फोन आया तो संभागीय आयुक्त ने स्वीकारा ज्ञापन

निवेश राशि लौटाने का लिखित पत्र देने पर सांसद जलील व निवेशक अटके थे। उनका कहना था कि पुलिस आयुक्त, डी.डी.आर को बुलाओ, एसी केबिन छोड़कर बाहर आओ, नहीं तो सभी लोग भीतर आएंगे। मंत्रिमंडल बैठक में दो मंत्रियों ने डेढ़ महीने में पैसे देने का आश्वासन दिया था, लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ। इस दौरान मुंबई से फोन आने पर संभागीय आयुक्त मधुकरराजे आर्दड़ अपने कक्ष से बाहर आए और सांसद जलील से चर्चा कर मांगों का ज्ञापन स्वीकारा। इसके बाद रात 8:20 बजे आंदोलकारी वहां से चले गए।

Created On :   31 Jan 2024 2:16 PM GMT

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