कतर कैदियों की रिहाई: पाकिस्तानी मूल के एक्सपर्ट का दावा- पहले से पता था कतर भारतीयों को रिहा कर देगा, भारत की दमदारी की बताई वजह

पाकिस्तानी मूल के एक्सपर्ट का दावा- पहले से पता था कतर भारतीयों को रिहा कर देगा, भारत की दमदारी की बताई वजह
  • पीएम मोदी आज करेंगे यूएई में नए राम मंदिर का उद्घाटन
  • कतर के राष्ट्रपति से करेंगे मुलाकात
  • भारत और कतर के बीच साइन की ट्रेड डील

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। यूएई में बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आबू धाबी में नवनिर्मित राम मंदिर का उद्घाटन करने वाले हैं। इस बीच पीएम मोदी यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान से मुलाकात भी करेंगे। जिसके बाद पीएम मोदी यूएई के शेख के साथ कतर की यात्रा पर जाएंगे।

पीएम मोदी की कतर और यूएई यात्रा काफी मायने रखती है। इसके दो प्रमुख कारण हैं। पहला यह कि किसी मुस्लिम देश में पहली बार विशाल हिंदू मंदिर का उद्घाटन होने वाला है। दूसरा यह कि कुछ दिनों पहले कतर ने जेल में बंद भारत के आठ पूर्व नौसेनिकों को कैद से आजाद किया था। जिन्हें पिछले साल 26 अक्टूबर को कतर कोर्ट की ओर से सजा-ए-मौत का फरमान जारी किया था। इस फैसले के खिलाफ कतर कोर्ट में भारत ने याचिका दायर की थी। जिसके चलते कोर्ट ऑफ अपील के तहत फांसी के फैसले को टाल दिया गया था।

सात दिनों के अंदर ही दो मुस्लिम देश में भारत के प्रभुत्व को देखते हुए पाकिस्तानी मूल के अमेरिकी एक्सपर्ट और बिजनेसमैन साजिद तरार ने अपनी बात रखी है। हाल ही में कतर के जेल से पूर्व भारतीय नौसेनिकों की रिहाई पर उनका कहना है, "मैंने पहले ही कहा था कि भारत जिस तरह से आज दुनिया में डॉमिनेट कर रहा है। कतर इन लोगों को छोड़ेगा। इसमें कोई बड़ी बात नहीं है। इसके अलावा एक खबर आई थी कि अमेरिका ने भारत को ड्रोन डिलीवरी पर रोक लगा दी है। उस वक्त भी मैंने कहा था कि अमेरिका भारत को ड्रोन देगा। और दूसरे ही दिन खबर आई कि अमेरिका भारत को ड्रोन डिलीवर करेगा।"

मुस्लिम देशों में भारत की धाक

यह बयान साजिद तरार ने इस्लामाबाद पर आधारित एकेडमिक और स्ट्रेटेजिक एनालिस्ट डॉ कमर चीमो को दिए इंटरव्यू में कही थी। साजिद ने कहा, "इसकी वजह यह है कि मैं वॉशिंगटन डीसी को देख रहा हूं. मैं यहां भारतीय प्रवासियों का, भारत की इकॉनमी का, वैज्ञानिक उपलब्धियों का इन्फलुएंस देख रहा हूं। इसके अलावा भारत के अंदर बेहतर कानून व्यवस्था और चीन का नीचे जाना देखता हूं तो मुझे भारत बहुत ही शक्तिशाली देश नजर आता है।

इसमें कोई शक नहीं है कि अमेरिका में यहूदी लॉबी के बाद सबसे ज्यादा प्रभावी अभी इंडियन लॉबी है। मुझे यह कहने में भी गुरेज नहीं है कि हो सकता है कि इंडियन लॉबी यहूदी लॉबी से भी मजबूत हो। भारत का सबसे बड़ा हथियार कंप्यूटर के ऊपर उनका स्किल है। भारत का सबसे बड़ा हथियार आईआईटी और आईआईएम है। इसकी वजह से उन्होंने पूरी दुनिया फतह की है।"

साजिद तरार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के यूएई दौरे के बारे में बताया था कि यह उनकी सातवीं यात्रा है। उन्होंंने कहा कि इस यात्रा को भारत में आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर देखा जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि यूएई में 27 एकड़ के एरिए में राम मंदिर का निर्माण हुआ है। साजिद ने कहा कि पीएम मोदी हर समय चुनावी कैंपेन मोड में रहते हैं। ऐसे में अब पीएम मोदी को यूएई में राम मंदिर के उद्घाटन का सारा श्रेय मिलेगे। यूएई में रहने वाले भारतीय प्रवासी के परिवार उन्हें वोट जरूर देंगे।

भारत और कतर ने साइन की ट्रेड डील

साजिद ने बताया, "अभी भारत में कतर में फंसे नेवी सैनिकों की घर वापसी और पीएम मोदी का यूएई और कतर दौरा सबसे ज्यादा चर्चाओं में है। अब सवाल यह है कि इन आठों नेवी नौसैनिकों को कैसे छोड़ा गया है? इसके पीछे क्या कारण हैं? इसके पीछे सबसे बड़ा कारण ट्रेड है। उस क्षेत्र के सात मुल्कों ने पहले ही पीएम मोदी को सर्वोच्च नागरिक सम्मान पुरस्कार से नवाजा है। इन देशों में 90 लाख से ज्यादा प्रवासी भारतीय रहते हैं। इन देशों के साथ 85 बिलियन डॉलर का व्यापार हो रहा है।"

साजिद ने कहा, "अब सवाल यह है कि दोनों देशों के बीच क्या ट्रेड हुआ है? भारत ने अपने 8 नेवी नौसैनिकों को कतर से छुड़ाया है तो भारत ने कतर को क्या दिया है? तो ट्रेड यह हुआ है कि वर्तमान में भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल आयातक देश है। भारत ने कतर को बहुत बड़ा कॉन्ट्रैक्ट दिया है। 2048 तक भारत कतर से गैस आयात करेगा। इसकी वैल्यू 78 बिलियन डॉलर है। अब जब 78 बिलियन डॉलर का ट्रेड हो, 2048 तक का कॉन्ट्रेक्ट हो तो क्या आप उनके कैदी रख सकते हैं? दूसरा, उनके ऊपर आरोप था कि वो इजरायल के लिए जासूसी कर रहे थे। मैंने पहले ही आपको बताया था कि इस आरोपों में कोई जान नहीं है।"

बता दें, पिछले हफ्ते भारत ने कतर से एलएनजी आयात कॉन्ट्रेक्ट को साल 2048 तक की डील साइन की है। दोनों देशों के बीच इस ट्रेड के अंतर्गत 78 बिलियन अमेरिकी डॉलर के प्रस्ताव पर दस्तख्त किए हैं।

कतर के अमीरों को लेकर दिया बयान

साजिद तरार ने आगे कहा, "हालांकि, भारत के विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने यह नहीं बताया है कि उन्हें कैसे छोड़ा गया है। क्या अदालत ने रिहा किया है या कतर के अमीर ने उन्हें माफी दे दी है। लेकिन मीडिया रिपोर्टे के मुताबिक, साल में दो बार कतर के अमीर आम जनता को माफी देते हैं। मोदी खुद कतर गए थे। इस दौरान उन्होंने अमीर से अनुरोध किया था मामले को गंभीरता से लिया जाए। ऐसे में यह हो सकता है कि अमीर ने अदालत को कहा होगा या उन्होंने खुद ही उसे माफी दे दी होगी।"

साजिद तरार ने सबसे पहले अमेरिका में न्यू जर्सी के बाद अबू धाबी में नए राम मंदिर के निर्माण को लेकर बयान दिया था। इस पर उन्होंने कहा, "दो चीजें होती हैं. एक तो आपके पास ताकत हो और दूसरा पैसा हो। यह उनके बगैर नहीं हो सकता है। भारत अभी मंदिर बनवा रहा है। लेकिन बहुत सालों पहले से यहूदी अमेरिका में एक मूवमेंट चला रहे हैं। इसके तहत भले ही कोई यहूदी बच्चा अमेरिका में पैदा हुआ है, उसे फ्री टिकट देकर कहा जाता है कि जाइए अपना होमलैंड इजरायल देखकर आइए। वहीं, दूसरी तरफ सऊदी अरब है जिसके पास यहूदियों से ज्यादा पैसा होगा लेकिन वह हज और उमराह के ऊपर भी कारोबार करता है।

Created On :   14 Feb 2024 11:49 AM GMT

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