9 सितंबर तक राज पंचक, भूलकर भी ना करें ये काम...
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पंचक पांच दिनों तक होता है जो वर्ष में कई बार आता है। ज्योतिषाशास्त्रियों के अनुसार पंचक भी अलग-अलग प्रकार के होते हैं। अगर पंचक का प्रारंभ रविवार से हो रहा होता है तो उसे रोग पंचक कहा जाता है। सोमवार से शुरू हुआ पंचक राज पंचक कहलाता है। इस बार अनंत चतुर्दशी के ठीक एक दिन पहले अर्थात 4 सितंबर से रात 11 बजकर 55 मिनट से राज पंचक का प्रारंभ हुआ है, जो कि 9 सितंबर तक रहेगा।
पंचक की गणना चन्द्रमा की स्थिति पर निर्भर होती है। इस दौरान कुछ कामों को करने की मनाही होती है जिसे हमें भूल कर भी नहीं करनी चाहिए। आज हम आपको यही बताने जा रहे हैं...
पंचक में ना करें ये काम
- पंचक के दौरान दक्षिण दिशा में यात्रा नही करनी चाहिए, क्योंकि दक्षिण दिशा यम की दिशा मानी गई है।
- इस दौरान गृह प्रवेश नहीं करना चाहिए। इसे शुभ नहीं माना गया है। किसी नवीन दुकान या आॅफिस में भी प्रवेश या पूजन अनुपर्युक्त बताया गया है।
- पंचक में शव का अंतिम संस्कार करने से पहले किसी योग्य पंडित की सलाह अवश्य लेनी चाहिए। यदि ऐसा न हो पाए तो शव के साथ 4 पुतले आटे या कुश से बनाकर अर्थी पर रखना चाहिए।
- पंचक में चारपाई बनवाना अच्छा नहीं माना जाता। ऐसा करने से कोई बड़ा संकट खड़ा हो सकता है।
- पंचक के दौरान जब रेवती नक्षत्र चल रहा हो, उस समय घर की छत नहीं बनाना चाहिए।
ये भी जानें
जो पंचक मंगलवार को शुरू हो उसे अग्नि पंचक कहते है इस दौरान आग लगने का भय रहता है। इस दौरान औजारों की खरीददारीए निर्माण या मशीनरी का कार्य नहीं करना चाहिए।
इसके अलावा मृत्यु पंचक और चोर पंचक होता है। मृत्यु पंचक शनिवार और चोर पंचक शुक्रवार को होता है। दोनों काफी घातक पंचक माने जाते हैं। इन दिनों किसी भी ऐसे कार्य को करने से बचना चाहिए, जो शुभ हैं और आपके जीवन में महत्वपूर्ण हैं।
Created On :   6 Sep 2017 3:54 AM GMT