अचानक ट्रेक पर आया गायों का झुण्ड, दो ट्रेनों के बीच फसकर 29 की मौत

A bunch of cows suddenly came on the railway track, 29 died
अचानक ट्रेक पर आया गायों का झुण्ड, दो ट्रेनों के बीच फसकर 29 की मौत
अचानक ट्रेक पर आया गायों का झुण्ड, दो ट्रेनों के बीच फसकर 29 की मौत

डिजिटल डेस्क सतना। मुंबई-हावड़ा रेल खंड पर सतना-सगमा स्टेशनों के बीच गुरुवार की भोर 2 ट्रेनों के बीच फंसी 35  गायों के झुंड में से 29 गायों की मौत हो गई। इनमें से ज्यादातर की मौत जहां ट्रेनों की ठोकर लगने से हुई,वहीं कुछ कटने के कारण मारी गईं। जबकि गंभीर रुप से घायल 7 गायों का सोनौरा स्थित श्री गौ सेवा मेडिकल संस्थान में इलाज चल रहा है। उधर, इस हादसे पर कोलगवां पुलिस ने रेलवे ठेकेदार राजेश कैला के खिलाफ आईपीसी के सेक्सन 429 के तहत मुकदमा कायम करते हुए विवेचना शुरु कर दी है। मवेशियों की हत्या से संबंधित इस धारा के तहत अपराध प्रमाणित पाए जाने पर 5 साल की सजा का प्रावधान है। उधर आरपीएफ ने भी अज्ञात पशु मालिकों के विरुद्ध कायमी की है।  
आखिर क्यों आई ये नौबत
कोलगवां थाना इलाके में गुरुवार को तड़के तकरीबन साढ़े 4 बजे सतना-सगमा स्टेशनों के बीच ये अप्रत्याशित हादसा उस वक्त हुआ जब डाउन ट्रैक पर चिरमिरी -रीवा फास्ट पैसेंजर सतना से रीवा की ओर जा और अप ट्रैक पर रीवा की ओर से एक मालगाड़ी सतना की ओर आ रही थी। इसी बीच लगभग 35 गायों का एक झुंड रेलवे पटरी पर आ गया। दोनों ओर से ट्रेन के बीच में फंसीं गायों में से 29 की मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि  ट्रेन ट्रैक पर जिस जगह ये हादसा हुआ, वहां पर  रीवा और सतना रेल खंड के लिए पटरियों के डबलिंग का काम चल रहा है। आरोप है कि ठेकेदार राजेश कैला ने ट्रैक के दोनों ओर नाइलॉन की रस्सियों से अस्थाई बाड़ बना रखी है। नियमों के तहत पर ठेकेदार की ओर से गार्ड भी तैनात नहीं की गई है। रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ पुलिस का भी मानना है कि अगर ठेेकेदार ने रेलवे की पटरियों के दोनों ओर नाइलॉन की रस्सियों की अस्थाई बाड़ नहीं बना रखी होती तो ये नौबत नहीं आती। असल में दोनों ओर से ट्रेन की आवाज के बाद भी मवेशी बाड़ के कारण भाग नहीं पाए और इतनी बड़ तादाद में मारे गए। घटना की खबर पर रेलवे के  एईएन राजेश पटेल , एसडीएम बलवीर रमन और तहसीलदार बीके मिश्रा के अलावा रेल पुलिस के अधिकारियों ने भी स्थल निरीक्षण किया।

Created On :   13 Oct 2017 11:50 AM GMT

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