अमेरिकियों को नहीं भाया 'ट्रंपकाल', माना 'बढ़ा है भ्रष्टाचार'

A survey says american people feel that corruption raise in trump administration
अमेरिकियों को नहीं भाया 'ट्रंपकाल', माना 'बढ़ा है भ्रष्टाचार'
अमेरिकियों को नहीं भाया 'ट्रंपकाल', माना 'बढ़ा है भ्रष्टाचार'

डिजिटल डेस्क, वॉशिंगटन। अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल को इसी महीने 1 साल पूरा हो जाएगा। ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के पहले ही अमेरिका में उनका काफी विरोध हुआ था। पिछले साल चुनावों के दौरान लोग उनके विरोध में नारे लगाते हुए सड़कों पर उतर आए थे। अमेरिकी नागरिकों का मानना है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सत्ता संभालने के बाद से अमेरिका में भ्रष्टाचार बढ़ गया है। यह बात अमेरिकी लोगों पर किए गए एक सर्वेक्षण में सामने आई है।

 

 

ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल के सर्वे में हुआ खुलासा

अमेरिकी लोगों का कहना है कि जब से डोनाल्ड ट्रंप ने सत्ता संभाली है देश में भ्रष्टाचार की जड़े और मजबूत हुई हैं। बता दें भ्रष्टाचार पर नजर रखने वाले वैश्विक संस्था ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल के सर्वे में इस बात का खुलासा किया गया है। इस सर्वेक्षण के नतीजे मंगलवार को जारी किए गए। सर्वेक्षण के अनुसार, करीब 10 में से छह अमेरिकियों का मानना है कि बीते 12 महीनों में भ्रष्टाचार में बढ़ोतरी हुई है। इसमें जनवरी 2016 के मुकाबले करीब एक तिहाई बढ़ोतरी हुई है।

 

 

सरकार भ्रष्टाचार से लड़ने में नाकाम


अमेरिका के 44 फीसदी नागरिकों का कहना है कि व्हाइट हाउस में ही यह आठ प्रतिशत अंक से ज्यादा बढ़ गया है। नतीजतन लोग सरकार के महत्वपूर्ण हिस्से कांग्रेस को भी अक्सर भ्रष्ट के तौर पर उद्धृत कर देते हैं। सर्वे में पाया गया कि सरकार भ्रष्टाचार से लड़ने में नाकाम रही है। अमेरिकी प्रतिनिधि जोए रेटर ने अपने बयान में कहा कि अभी भी प्रतीत होता है कि हमारे चुने हुए अधिकारी कार्पोरेट हितों का प्रतिनिधित्व करते हैं। ये लोग सरकार की क्षमता में लोगों का विश्वास साबित करने में असफल रहे हैं। 

 

 

भारत में भी हुआ सर्वे


‘ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल’ के अनुसार अमेरिका में पिछले 12 महीनों में जितना भ्रष्टाचार बढ़ा है। वह जनवरी, 2016 के मुकाबले एक तिहाई से अधिक है। व्हाइट हाउस में भ्रष्टाचार पूरी तरह से घर कर गया है और यह पहले से आठ प्रतिशत अधिक है। बता दें कि ऐसा ही सर्वे भारत के नौ राज्यों में भी किया गया था, जिसमें 45 फीसदी लोगों ने बताया कि पिछले एक साल में उन्होंने अपना काम करवाने के लिए कम से कम एक बार तो रिश्वत दी ही थी। पिछली बार हुए सर्वे में यह आंकड़ा 43 फीसदी था। वहीं 45 प्रतिशत लोग यह भी कहते है कि व्यवस्था में कोई बदलाव हुआ ही नहीं है।

 


न्यूयॉर्क की सीनेटर ने की ट्रंप से इस्तीफे की मांग


डेमोक्रेटिक पार्टी की न्यूयॉर्क की सीनेटर किस्र्टेन गिलिब्रांड ने डोनाल्ड ट्रंप से यौन दुर्व्यवहार के आरोपों पर इस्तीफा देने की मांग की है। सीनेटर ने कहा, इन महिलाओं के मुताबकि राष्ट्रपति ट्रंप ने उनके साथ यौन दुर्व्यवहार किया था। हाल ही में अमेरिकी एक्टर बिली ने भी ट्रंप पर अपनी पत्नी से एख पार्टी में पिटाई के आरोप लगाए थे। सीनेटर का कहना है कि उनके खिलाफ दुर्व्यवहार और आपराधिक गतिविधि के मामले में बेहद विश्वसनीय आरोप हैं और उनकी पूरी तरह से जांच करनी चाहिए।

 

रिपब्लिकन नेता निकी हेली ने भी ट्रंप के खिलाफ बोला, जिस पर व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने सोमवार को प्रेस ब्रीफिंग के दौरान कहा कि "ट्रंप को लगता है कि यह अच्छी बात है कि महिलाएं आगे आ रही हैं, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्रपति ने आरोपों से इनकार किया है।

Created On :   13 Dec 2017 3:40 AM GMT

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