आधार कार्ड ने सरकार के 58,000 करोड़ बचाए : नंदन नीलेकणी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इन्फोसिस के नॉन एग्जिक्यूटिव चैयरमैन नंदन नीलेकणि ने आधार कार्ड स्कीम को अन्य योजनाओं से जोड़ने के फायदे बताते हुए शुक्रवार को कहा है कि इससे मोदी सरकार के 9 बिलियन डॉलर (58000 rs.) बचे हैं। इंफोसिस के सह-संस्थापक नंदन नीलेकणि ने वर्ल्ड बैंक पैनल में डिजिटल इकोनॉमी पर चर्चा के दौरान यह बात कही। उन्होंने कहा कि भारत सरकार करीब 12 अरब डॉलर सीधे बैंक खातों में ट्रांसफर कर रही है, जो कि दुनिया का सबसे बड़ा कैश ट्रांसफर सिस्टम है। उनके अनुसार यह आधार कार्ड से ही मुमकिन हो पाया है। उन्होंने कहा कि डाटा इकोनॉमी के क्षेत्र में आइडेंटिटी, पेपरलेस ट्रांजैक्शन का होना काफी जरूरी है। यही काम भारत कर भी रहा है।
फर्जी लाभार्थियों की हुई पहचान
नीलेकणि ने बताया कि आधार कार्ड स्कीम से भारत सरकार के करीब 58 हजार करोड़ रुपए बचे हैं। यह लोगों का खातों से आधार आईडी को जोड़ने से हुआ है। इससे फर्जी लाभार्थियों की पहचान हुई, जिससे सरकार को काफी लाभ हुआ। इस दौरान नंदन नीलेकणि ने यह भी बताया कि करीब 50 करोड़ लोग ऐसे हैं जिन्होंने अपने खातों से अपनी आईडी लिंक कराई है।
यूपीए सरकार के साथ लांच किया था आधार
नंदन नीलेकणि को आधार कार्ड का आर्किटेक्ट माना जाता है। उन्होंने इस आधार कार्ड स्कीम को यूपीए की मनमोहन सिंह सरकार में लांच किया था। जिसके बाद भाजपा सरकार में भी प्रधानमंत्री मोदी और वित्त मंत्री अरुण जेटली द्वारा इसे सपोर्ट किया गया।
Created On :   13 Oct 2017 2:35 PM GMT