26 को सरकारी अस्पताल में नहीं मिलेगी दवा: फार्मासिस्ट करेंगे सीएम से मुलाकात

all medical stores of government hospital will be closed
26 को सरकारी अस्पताल में नहीं मिलेगी दवा: फार्मासिस्ट करेंगे सीएम से मुलाकात
26 को सरकारी अस्पताल में नहीं मिलेगी दवा: फार्मासिस्ट करेंगे सीएम से मुलाकात

डिजिटल डेस्क, जबलपुर।  सरकारी अस्पतालों में पदस्स्थ प्रदेश भर के फार्मासिस्ट 26 सितम्बर को सामूहिक अवकाश लेकर भोपाल जा रहे हैं। वहां मुख्यमंत्री से मिलकर वेतन को लेकर उनके साथ किए जा रहे अन्याय पर चर्चा करने की रणनीति है। इतने पर भी यदि उनकी मांगें पूरी नहीं हुई तो आने वाले दिनों में सभी फार्मासिस्ट अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा सकते हैं। इससे सरकारी अस्पतालों में दवाई वितरण प्रभावित हो जाएगा। इन्हीं फार्मासिस्ट के भरोसे अस्पतालों में दवाईयों का वितरण होता है। जबलपुर जिले में करीब 200 सरकारी फार्मासिस्ट हैं जो मेडिकल कॉलेज अस्पताल, जिला अस्पताल विक्टोरिया, एल्गिन अस्पताल से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों के स्वास्थ्य केन्द्रों में भी पदस्थ हैं। बताया जाता है कि 200 के करीब पुराने फार्मासिस्ट हैं जिन्हें संविदा पर ही रखा गया है और जो वेतन उन्हें शुरुआत में मिलता था वही आज भी भी मिल रहा है। सरकार ने व्यापम के जरिए नए फार्मासिस्ट की भर्ती भी की है और उन्हें नया वेतनमान  दिया जा रहा है। एसपीए जबलपुर जिला कार्यकारिणी की बैठक  आयोजित की गई जिसमें संभागीय अध्यक्ष अरुण महोबिया, प्रदेश महिला प्रकोष्ठ की भावना सिंह, प्रदेश मंत्री कमलेश कोरी, महामंत्री उमेश धुर्वे, जिलाध्यक्ष कीर्तिमानसंह, अनिल ठाकरे, चंद्रवती पवनराज, अमोल सोंकुसले, ताराचंद कोष्टा आदि उपस्स्थित थे। बैठक में एकमतेन निर्णय लिया गया कि 26 सितम्बर को सभी सरकारी अस्पतालों के दवा काउंटर बंद रहेंगे और फार्मासिस्ट भोपाल रवाना होंगे। इस निर्णय से सीएमओ जबलपुर डॉ. मुरली अग्रवाल को अवगत करा दिया गया है।गौरतलब है कि एक तो अस्पतालों में वैसे भी इलाज मिलने मेें दर्जनों परेशानियां आती हैं उस पर यह हड़ताल न जाने क्या गुल खिलाएगी । इन्हीं फार्मासिस्ट के भरोसे अस्पतालों में दवाईयों का वितरण होता है। अभी हड़तालियों ने सिर्फ एलान किया है यदि उनकी मांगों पर विचाार कर लिया गया तो संभवत: यह वापस भी ली जा सकती है ।

 

Created On :   21 Sep 2017 12:04 PM GMT

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story