11 करोड़ रुपए का कीटनाशक बैन, कई गोदामों पर हुई छापामार कार्रवाई

Banned pesticide drug worth Rs 11 crores seized from akola
11 करोड़ रुपए का कीटनाशक बैन, कई गोदामों पर हुई छापामार कार्रवाई
11 करोड़ रुपए का कीटनाशक बैन, कई गोदामों पर हुई छापामार कार्रवाई

डिजिटल डेस्क, अकोला। पुणे कृषि आयुक्त कार्यालय के अधिकारियों के दल ने अलग-अलग दस्ते बनाकर एमआईडीसी इलाके में छापामार कार्रवाई की। इस दौरान गोदामों से खतरनाक कीटनाशक बरामद किया । टीम ने 120.29 मीट्रिक टन कीटनाशकों की बिक्री पर पाबंदी लगा दी। जिसकी कीमत 11 करोड़ 83 लाख रूपए बताई जा रही है। 

कीटनाशक गोदामों की जांच के बाद छापा
यवतमाल जिले में कीटनाशक से 19 किसानों की मौत के बाद खलबली मची है। इस दौरान प्रदेश के दूसरे जिलों में भी मामले सामने आए। अकोला जिले में भी किसानों की मौतें हुई है। इस कारण शनिवार से कीटनाशक गोदामों की जांच शुरु हो गई। इससे पहले 8 और 9 अक्टूबर को कई गोदामों की जांच की गई थी। कई स्थानों पर रजिस्टर मेंटेन नहीं था। बिना पंजीयन कीटनाशक बेचा जा रहा था। 

इन कंपनियों के माल पर लगी रोक
परिजात इंडस्ट्रीज इ. लि, कृषि रसायन एक्सपोर्ट, क्रिस्टल क्रॉप प्रोटेक्शन प्रा. लि. आझादपुर, दिल्ली, घरडा केमिकल्स लि. सांबा (जम्मू कश्मीर), मे. जयलक्ष्मी इंडस्ट्रीज गुजरात, कृषि रसायन एक्सपोर्ट, सिंजेंटा इंडिया लि. जैसी 11 कंपनियों का माल बेचने पर रोक लगाई गई है।

नियमों का पालन नहीं होता
इस मुद्दे पर वसंतराव नाइक शेतकरी स्वावलंबन मिशन के अध्यक्ष किशोर तिवारी ने कृषि अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि कीटनाशक बिक्री के लिए नियम बने हैं, लेकिन कंपनियों के साथ मिलकर कृषि अधिकारी नियमों का पालन नहीं होने देते हैं। एसे कृषि अधिकारियों के खिलाफ फौजदारी कार्रवाई की जानी चाहिए। 

दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी
यवतमाल जिले में मंजूरी के बिना कीटनाशक बनाने और वितरण करने वालों के खिलाफ मामला दर्ज किया जा रहा है। साथ ही लापरवाह सरकारी अधिकारियों पर भी कार्रवाई की जाएगी। कृषिमंत्री पांडुरंग फुंडकर ने सोमवार को सह्याद्री अतिथिगृह में बीटी बीज उत्पादक कंपनियों और कीटनाशक बनाने वाली कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक के बाद यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बीज और कीटनाशक बनाने वाली कंपनियों को सिर्फ मुनाफा कमाने के लिए काम नहीं करना चाहिए, किसानों के साथ भी जुड़ाव दिखाना चाहिए। जो बड़े पैमाने पर अस्पताल में भर्ती हो रहे थे, उन्हें कीटनाशकों के इस्तेमाल के लिए मार्गदर्शन क्यों नहीं दिया गया।

Created On :   11 Oct 2017 2:44 AM GMT

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