CPC की बैठक में चीनी राष्ट्रपति ने पड़ोसी देशों को दी चेतावनी
डिजिटल डेस्क, पेइचिंग। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी की बैठक की शुरुआत करते हुए अपने पड़ोसियों समेत विरोधी देशों को चेतावनी दी है। डोकलाम और दक्षिण चीन सागर जैसे मुद्दों की ओर इशारा करते हुए जिनपिंग ने कहा है कि चीन पड़ोसी देशों से विवाद बातचीत के जरिए सुलझाने में यकीन रखता है, लेकिन अपने हितों और संप्रभुता की कीमत पर वह ऐसा नहीं करेगा।
गौरतलब है कि चीन में सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी की बैठक चल रही है, जिसमें शी जिनपिंग के दूसरे कार्यकाल की पुष्टि होनी है। इस बैठक के उद्गाटन सत्र में पूर्व राष्ट्रपतियों जियांग जेमिन, हू जिंताओ के अलावा पूर्व प्रधानमंत्रियों वेन जियाबाओ सहित कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना के अन्य पूर्व नेता शी के साथ मंच पर बैठे। यह बैठक एक सप्ताह चलेगी। इसमें पार्टी के संविधान का संशोधन भी किया जाएगा। इस बैठक में शी ने साढ़े तीन घंटे तक कांग्रेस सदस्यों को संबोधित किया। 64 वर्षीय शी ने इस दौरान यह बातें कहीं..
- पीपल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) को एक विश्व श्रेणी की सेना बनाएंगे। सशस्त्र सेना का आधुनिकीकरण मुख्य रूप से 2035 तक पूरा हो जाएगा।
- कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (CPC) के समाजवादी ढांचे को मजबूती प्रदान की जाएगी।
- चीन आधिपत्य या साम्राज्यवादी कार्य में संलिप्त नहीं होगा। दूसरे के हितों को अनदेखा कर चीन अपने विकास को आगे नहीं बढ़ाएगा।
- चीन पड़ोसियों के साथ अपने संबंधों को मजबूती प्रदान करेगा। आपसी विवादों को बातचीत और चर्चा से सुलझाएंगे।
- चीन की क्षेत्रिय संप्रभुता और सुरक्षा पर किसी तरह का समझौता नहीं होगा। चीन कभी भी अपने वैध अधिकार और हित नहीं छोड़ेगा।
- चीन की जीडीपी पिछले पांच साल में 54,000 अरब यूआन से बढ़कर 80,000 अरब युआन (लगभग 12,001 अरब डॉलर) पर पहुंच गई है।
- आतंकवाद विश्वभर में एक बड़ी समस्या है। इसके सभी स्वरुपों का विरोध करना चाहिए।
- पर्यावरण में आ रहे बदलावों को लेकर उचित कदम उठाए जाएंगे।
Created On :   18 Oct 2017 4:32 PM GMT