बिहार में 80 हजार स्वास्थ्य कर्मियों की जा सकती है नौकरी, सीएम नीतीश ने दिए आदेश

cm nitish kumar ordered to remove 80000 contract health workers in bihar
बिहार में 80 हजार स्वास्थ्य कर्मियों की जा सकती है नौकरी, सीएम नीतीश ने दिए आदेश
बिहार में 80 हजार स्वास्थ्य कर्मियों की जा सकती है नौकरी, सीएम नीतीश ने दिए आदेश

डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार में 80 हजार लोगों की नौकरी पर खतरा मंडरा रहा है। प्रदेश में कॉन्ट्रैक्ट पर बहाल किए गए 80,000 स्वास्थ्य कर्मियों ने 3 दिनों से हड़ताल कर रखी है। इसे देखते हुए सीएम नीतीश कुमार ने कड़ा रुख अपनाते हुए आदेश जारी किया है कि इन सभी स्वास्थ्यकर्मियों की सेवाएं तत्काल समाप्त की जाएंगी। इस सरकारी फैसले के बाद स्वास्थ्य कर्मियों में आक्रोश हैं। सरकार के फैसले के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव आर.के महाजन ने सभी जिलाधिकारियों और सिविल सर्जनों को एक पत्र जारी किया है। जिसमें कहा है कि हड़ताली स्वास्थ्यकर्मियों की सेवाएं तुरंत समाप्त की जाए और उनकी जगह पर नई बहाली की जाए, लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि इतनी बड़ी संख्या में यदि स्वास्थ्य कर्मियों को हटाया जाएगा तो नई बहाली कैसे होगी।

 

स्थाई किए जाने की मांग

बता दें कि 4 दिसंबर से पूरे राज्य में तकरीबन 80 हजार कॉन्ट्रैक्ट पर बहाल स्वास्थ्य कर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। स्वास्थ्यकर्मियों ने मांग की है कि उन्हें स्थाई स्वास्थ्यकर्मियों की तरह समान कार्य के लिए समान वेतन दिया जाए। इसके साथ ही उनकी सेवाएं भी स्थाई की जाए। स्वास्थ्यकर्मी जो अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है उनमें हेल्थ मैनेजर, फार्मासिस्ट, ओटी असिस्टेंट, टेक्नीशियन, डाटा ऑपरेटर और काउंसलर शामिल है।

 

स्वास्थ्य कर्मियों ने दी आत्मदाह की धमकी

बिहार में इस तरह से स्वास्थ्य कर्मियों के हड़ताल पर जाने से पूरे राज्य में स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरीके से चरमरा गई है। कई मरीजों की इलाज के अभाव में मौत भी हो गई है। जानकारी के अऩुसार स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव आरके महाजन ने जो पत्र लिखा है उसमें कहा गया है कि स्वास्थ्य कर्मियों ने सेवा शर्त का उल्लंघन किया है। इसलिए उनकी अनुशासनहीनता की वजह से सेवाएं समाप्त की जाए। हड़ताल करने वाले स्वास्थ्य कर्मियों ने भी कड़े तेवर दिखाते हुए सरकार को धमकी दी है कि आने वाले दिनों में अपने आंदोलन को और उग्र बनाएंगे। इतना ही नहीं स्वास्थ्य कर्मियों ने आत्मदाह की धमकी भी दी है।  


स्वास्थ्य कर्मियों की हड़ताल से पटना मेडिकल कॉलेज और अस्पताल तथा नालंदा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। पिछले 3 दिनों में स्वास्थ्य कर्मियों की गैर मौजूदगी की वजह से कई मरीजों का ऑपरेशन रद्द करना पड़ा है।

Created On :   7 Dec 2017 2:22 AM GMT

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story