तीन राज्यों की पुलिस के बीच अपराधों से निपटने बना समन्वय

Coordination with the police of three states to deal with crimes
तीन राज्यों की पुलिस के बीच अपराधों से निपटने बना समन्वय
तीन राज्यों की पुलिस के बीच अपराधों से निपटने बना समन्वय

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। सीमावर्ती इलाकों में अपराधों को अंजाम देने वाले कुख्यात आरोपियों की धरपकड़ के लिए अब तीन राज्यों की पुलिस मिलकर कार्रवाई करेगी। ताकि सीमावर्ती क्षेत्रों में अपराध करने वाले अपराधियों पर नकेल कसी जा सके।

सोमवार को नागपुर के पुलिस प्रशिक्षण केन्द्र पटेल बंगला में अंतरराज्यीय और अंतरजिला अपराध समन्वय परिषद की बैठक में महाराष्ट्र, एमपी और छत्तीसगढ़ के पुलिस अधिकारियों के बीच अपराधों से निपटने आपसी समन्वय स्थापित किया गया। इस बैठक में शामिल डीआईजी डॉ.जीके पाठक ने बताया कि महाराष्ट्र के नागपुर में अपराध करने वाले आरोपी छिंदवाड़ा या बैतूल में शरण ले लेते है। इसी तरह छिंदवाड़ा और बैतूल के अपराधी नागपुर में फरारी काटते है। ऐसी स्थिति में महाराष्ट्र या एमपी पुलिस, अपराधियों पर कार्रवाई नहीं कर पाती है। जिससे अपराधियों के हौसले बुलंद हो रहे है। इन अपराधियों पर कार्रवाई के लिए तीनों राज्यों की पुलिस आपस में मिलकर कार्रवाई करेगी। 

अपराधियों का डाटा होगा तैयार

नागपुर पुलिस कमिश्नर डॉ. के वेंकटेशम ने तीनों राज्यों की पुलिस अधिकारियों से अपील की है कि वे आपस में मिलकर सीमावर्ती अपराधियों की लिस्ट तैयार करें। पुलिस इन अपराधियों का डाटा तैयार कर आपस में शेयर करे, ताकि अपराध घटित होने के तुरंत बाद संबंधित अधिकारी अन्य राज्यों के अधिकारियों से संपर्क कर सके। डाटा तैयार होने से सीमा पर ही अपराधियों को पकड़ने में आसानी होगी। 

नागपुर पुलिस से है समन्वय

डीआईजी डॉ.जीके पाठक ने बताया कि छिंदवाड़ा पुलिस का नागपुर पुलिस से आपसी समन्वय काफी बेहतर है। अपराधों से संबंधित जानकारियां दोनों राज्यों की पुलिस आपस में शेयर करती है। आपसी तालमेल के चलते दोनों राज्यों के कई मामलों का खुलासा हुआ है। वहीं नागपुर पुलिस से गौ-तस्करी और हथियार तस्करी से जुड़े अपराधियों की संयुक्त रुप से धरपकड़ कार्रवाई के लिए कहा गया है।  

Created On :   29 Aug 2017 6:36 PM GMT

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