मशीन से नहीं हुई 500 और 1000 के पुराने नोटों की गिनती, RTI में हुआ खुलासा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देशभर में हुई नोटबंदी के बाद से ही आम लोगों के मन में तरह-तरह के सवाल उठ रहे थे। ऐसा ही एक सवाल था कि पुराने नोटों की गिनती के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने कितनी मशीनों का इस्तेमाल किया होगा? इस सवाल का जवाब एक सूचना के अधिकार कानून (आईटीआई) में सामने आया है। आरबीआई ने एक आरटीआई के जवाब में कहा है कि बंद किए गए 500 और 1000 रुपए के नोटों की गिनती के लिए बैंक के किसी भी कार्यालय में मशीन का इस्तेमाल ही नहीं किया गया है।
RTI के तहत मांगे गए जवाब में केंद्रीय बैंक ने नोटों की गिनती के लिए लगाए गए कर्मियों की संख्या बताने से इनकार कर दिया है। 10 अगस्त को दायर आरटीआई में नोटों की गिनने के लिए कितनी मशीनों का इस्तेमाल किया गया था, इस बात की जानकारी मांगी गई थी। बैंक ने बताया कि इस काम के लिए लीज पर भी कोई मशीन नहीं ली गई थी। आरटीआई के जवाब में बैंक ने कहा कि आरटीआई अधिनियम, 2005 की धारा 7 (9) के अनुसार यह जानकारी नहीं दी जा सकती है। नोट गिनने की शुरुआत किस तिथि से की गई थी, इस प्रश्न के जवाब में बैंक ने कहा कि नोटों की गिनती सतत रूप से जारी रही।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 नवंबर 2016 को नोटबंदी की घोषणा की थी, उस समय 500 रुपये के 1,716.5 करोड़ नोट और 1000 के 685.8 करोड़ नोट चलन में थे। जिनकी कीमत 15.44 लाख करोड़ रुपये थी। 30 अगस्त को जारी सालाना रिपोर्ट में रिजर्व बैंक ने कहा था कि 15.28 लाख करोड़ या 99 प्रतिशत 500 और 1,000 रुपये के नोट बैंकिंग प्रणाली में वापस आए थे। कुल 15.44 लाख करोड़ रुपये के नोटों में से 16,050 करोड़ रुपये के नोट वापस नहीं आए हैं।
Created On :   10 Sep 2017 4:24 PM GMT