करोड़ों घंटियों से सजा है ये मंदिर, पूरे शहर में सुनाई देती है आवाज
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। नवरात्र प्रारंभ होने वाले हैं। ऐसे में आपको एक से बढ़कर एक चमत्कारी मंदिरों के बारे में पढ़ने व सुनने मिलेगा। ऐसे में हम आपको एक ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं जहां घंटियों की मान्यता सर्वाधिक है। ये मंदिर उत्तराखण्ड राज्य के अल्मोड़ा जिले के प्रसिद्ध पहाड़ी पर्यटन स्थल रानीखेत में स्थित है। देवी मां दुर्गा को समर्पित यह मंदिर 8वीं सदी में बनाया गया था। घंटियों की मान्यता के चलते इसे पवित्र झूला देवी मंदिर के नाम से ही जाना जाता है...
घंटियों का गुच्छा
मंदिर का मुख्य आकर्षण यहां लगी घंटियों का गुच्छा है जिसकी ध्वनि कोसों दूर से भी सुनी जा सकती है। झूला देवी मंदिर के समीप ही भगवान राम को समर्पित मंदिर भी है। इन्हें घंटियों वाली देवी के नाम से भी जाना जाता है। यह मां देवी दुर्गा को समर्पित है।
हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसारए इस मंदिर का निर्माण इस स्थान पर रहने वाले जंगली जानवरों पर मां दुर्गा की कृपा बनाए रखने के उद्देश्य से किया गया था।
खुदाई में मिली मूर्ति
मान्यता है कि एक चरवाहे को सपने में देवी दुर्गा ने दर्शन दिये और यहां पर खुदाई कर उनकी मूर्ति निकालने के लिए कहा। जब खुदाई की गई तो माता की मूर्ति मिली। यह मंदिर ठीक उसी स्थान पर बना हुआ है। मंदिर में बड़ी ही खूबसूरती से तराशी गईं पवित्र घंटियां खुदी हुई हैं।
यहां चारों ओर इन घंटियों का आकर्षण व चमत्कार देखने मिलता है। ऐसा भी कहा जा सकता है कि इस शहर की सुबह घंटियों की आवाज से ही होती है। यहां लाखों कराेड़ाें की संख्या में घंटियां देखने मिलती हैं। कहा जाता है कि यहां इतनी घंटियां हैं कि इन्हें काउंट करना भी संभव नही है।
Created On :   19 Sep 2017 6:47 AM GMT