टैक्स चोरी पर चैनल का खुलासा : ED की लिस्ट में माया और मीसा का नाम

Demonetisation Impact : Mayawati, Misa Bharti are in the list of ED
टैक्स चोरी पर चैनल का खुलासा : ED की लिस्ट में माया और मीसा का नाम
टैक्स चोरी पर चैनल का खुलासा : ED की लिस्ट में माया और मीसा का नाम

डिजिटल डेस्क, पटना। केन्द्र सरकार के नोटबंदी के फैसले को पूरा एक साल हो गया है। पिछले कुछ दिनों से इसके नफे-नुकसान की जमकर चर्चा हो रही है। विपक्षी पार्टियां जहां इस फैसले को जनता को प्रताड़ित करने वाला निर्णय बता रही है, वहीं सरकार दावा कर रही है कि नोटबंदी से कालेधन और भ्रष्टाचार पर लगाम लगा है। सरकार का कहना है कि नोटबंदी के बाद 17.73 लाख संदिग्ध खातों की पहचान हुई है और 4.7 लाख से ज्यादा संदिग्ध ट्रांजेक्शन भी रिकॉर्ड किए गए हैं। ED और IT विभाग इन पर नजर रखे हुए हैं। 

 

सरकार के इन दावों में कितनी सच्चाई है यह कहना तो मुश्किल है लेकिन टाइम्स नाऊ की एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि नोटबंदी के बाद बसपा सुप्रीम मायावती और लालू यादव की बेटी और राज्यसभा सांसद मीसा भारती ने करोड़ों रुपए ठिकाने लगाया है। ED की लिस्ट में इन दोनों का नाम शामिल है। ED की इस लिस्ट में हाई प्रोफाइल नेताओं के अलावा शीर्ष अधिकारी, बैंक अधिकारी, चार्टेट अकाउंटेट और वकीलों के नाम भी शामिल हैं। इन सभी ने नोटबंदी के तुरंत बाद टैक्स चोरी कर करोड़ों की राशि का धन शोधन कराया है। ED ने अपनी जांच में पाया है कि सूची में शामिल लोगों ने शेयर बाजार के माध्यम से बड़े पैमाने पर ब्लैक मनी को व्हाइट किया है।

 

ED को नोटबंदी के बाद करीब 11000 करोड़ रुपए के संदिग्ध लेन-देन का पता चला है। 4000 केस मनी लॉन्ड्रिंग और फेमा के उल्लंघन के तहत दर्ज किए गए हैं। ED के डोजियर में यह भी बताया गया है कि नोटबंदी के दौरान 800 ठिकानों पर छापेमारी की गई है और 600 लोगों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। ED ने अब तक कुल 54 लोगों को गिरफ्तार भी किया है।

 

ED के डोजियर में यह भी सामने आया है कि नोटबंदी के बाद संयुक्त अरब अमीरात, दुबई, मलेशिया और हॉन्ग कॉन्ग को वित्तीय माध्यम की तरह इस्तेमाल कर भारत के बाहर पैसे ट्रांसफर किए गए। ब्लैकमनी को व्हाइट करने के लिए सहकारी क्रेडिट सोसाइटीज और कंपनियों का भी इस्तेमाल किया गया।

Created On :   9 Nov 2017 12:50 PM GMT

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