जागृत होंगी औषधियां, इन मंत्रों के जाप से प्रसन्न होते हैं 'धनवंतरी-कुबेर'
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भगवान धनवंतरी और कुबेर को प्रसन्न करने का आज सबसे शुभ दिन है। बुधवार अर्थात गणपति की कृपा से ये और भी मंगलकारी है। सर्वार्थसिद्धि योग ने पूरे दिन को ही शुभ बना दिया है। यहां हम आपको भगवान धनवंतरी को प्रसन्न करने का बेहद सरल मंत्र बताने जा रहे हैं...
लाभकारी है इन मंत्रों का जाप
कार्तिक मास कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को भगवान धनवंतरी का नाम लेते हुए इन मंत्रों का जाप अति लाभकारी बताया गया है। इनके जाप से दरिद्रता दूर होती है माता लक्ष्मी का घर में आगमन होता है। स्मरण रहे कि पूजन, जाप से पहले घर की सफाई अवश्य कर लें। क्योंकि जहां भी गंदगी होती है वहां धनवंतरी, कुबेर व लक्ष्मी का वास कभी भी नहीं हो सकता।
मंत्र जप शुरू करने से पहले यह जरूरी है कि मन मस्तिष्क में उठ रहे सभी तरह के विचारों को विराम दें। एकाग्रता लाएं और उसके बाद ही जाप शुरू करें...
दूर हाेते हैं राेग
शास्त्रों में ऐसा वर्णन मिलता है कि उस युग में औषधियों से अमृत निकालने की विधि अर्थात उन्हें रोगों को दूर करने के लिए जाग्रत करने का मंत्र सिर्फ भगवान धनवंतरी को ही आता था। इनके श्रद्धापूर्वक पूजन से दीर्घ जीवन एवं आरोग्य की प्राप्ति होती है। ऐसा भी कहा जाता है कि अति दुर्लभ जड़ी-बूटियां जो कि निश्चेत हो चुकी हैं उनका प्रयोग यदि विष्णु अवतार धनवंतरी का नाम लेकर प्रयोग किया जाए तो रोगी की बड़ी से बड़ी बीमारी भी दूर हो जाती है। यही वजह है कि आयुर्वेद के जानकार व चिकित्सक इस दिन धनवंतरी पूजन अवश्य करते हैं।
Created On :   17 Oct 2017 4:50 AM GMT