डोकलाम विवाद : भारत बातचीत से साध रहा मसला, इधर चीन ने दी दो हफ्ते में युद्ध की धमकी
डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। भारत और चीन का एक माह से ज्यादा लंबे समय से डोकलाम मुद्दे पर गतिरोध चल रहा है। विशेषज्ञों ने आशंका जताई है कि भारतीय सेना को पीछे हटाने के लिए चीन सैन्य कार्रवाई कर सकता है। चीनी मीडिया में चीनी एक्सपर्ट के हवाले से कहा गया है कि चीन भारतीय सेना की तैनाती को बहुत दिनों तक बर्दाश्त नहीं करेगा। वो दो हफ्तों के अंदर छोटे स्तर का सैन्य ऑपरेशन चलाने की तैयारी कर रहा है। चीन का मंसूबा हर हाल में डोकलाम को अपने अधिकार में रखने की है। ड्रैगन अपनी फितरत के मुताबिक लगातार चालें चल रहा है।
भारत अपना रहा डिप्लोमैट का पैंतरा
वहीं डोकलाम बॉर्डर पर भारत ने आपना रुख साफ करते हुए कहा कि "उक्त सीमा गतिरोध का आपसी स्वीकार्य हल निकालने के लिए चीन से कूटनीतिक संपर्क साधे हुए है। वहीं भूटान के साथ सामंजस्य स्थापित किए हुए हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने बताया कि "हम एक दूसरे के साथ स्वीकार्य समाधान तलाशने के लिए चीन के साथ कूटनीतिक माध्यमों के जरिए संपर्क बनाए हुए हैं।"
डोकलाम सीमा पर भारत के अपने जवानों की संख्या 400 से घटाकर 40 किए जाने का चीन ने दावा किया था। इस सवाल पर बागले ने सीधा जवाब देने से इनकार करते हुए इसे अभियान संबंधी मामला करार दिया। उन्होंने कहा कि हमारा मकसद शांति और सौहार्द के लक्ष्य को हासिल करना है और इसे कूटनीति के जरिए हासिल किए जाने की कोशिशें जारी हैं। बागले ने आगे कहा कि डोकलाम मुद्दे पर भूटान के साथ भारत समन्वय और विचार-विमर्श जारी रखे हुए है।
UN में चीन ने लगाया अड़ंगा
UN में चीन ने जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर वैश्विक आतंकवादी घोषित करने पर रोक लगा दी थी, इसके सवाल पर बागले ने कहा कि उम्मीद जताई है कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में तमाम देश साथ आएंगे। उन्होंने कहा कि जैश-ए-मोहम्मद का सरगना मसूद अजहर भारत के खिलाफ आतंकी क्रियाकलापों में संलिप्त है और इस बारे में सभी देशों को जानकारी है। वहीं बागले ने कहा कि हम केवल ये उम्मीद कर सकते हैं कि अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद की समस्या के संबंध में हमारी चिंताएं साझा करने वाले सभी देश सभी तरह के आतंकवाद से लड़ने में सहयोग करेंगे।"
गैरतलब कि 3 अगस्त को चीन ने एकबार फिर संयुक्त राष्ट्र के अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने के अमेरिका, फ्रांस और ब्रिटेन समर्थित प्रस्ताव पर अपनी तकनीकी रोक 3 महीने के लिए और बढ़ा दी है। चीन ने इस साल फरवरी में पठानकोट आतंकी हमले के साजिशकर्ता को वैश्विक आतंकवादियों की सूची में शामिल करने के अमेरिका के कदम को रोक दिया।
Created On :   5 Aug 2017 3:45 AM GMT