इस बार जेब पर भारी पड़ेगा अंडा, आसमान छू रहे दाम

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इस बार जेब पर भारी पड़ेगा अंडा, आसमान छू रहे दाम
इस बार जेब पर भारी पड़ेगा अंडा, आसमान छू रहे दाम

डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। देश में ठंड ने बस दस्तक दी ही है कि अंडे के दाम आसमान छूने लगे हैं। रोज अंडे खाने वालों की जेब भारी हो जाएगी क्योंकि 5 रूपए में मिलने वाला अंडा अब 7 रूपए में बिक रहा। पिछले 6 महीनों में अकेले पुणे शहर में 100 अंडों की कैरेट की कीमतों में बड़ा उछाल आया है, जो 375 रुपए से बढ़कर 585 रुपए तक पहुंच गई है। इसका मतलब है रिटेल में अंडा 6.5-7.5 रुपए की कीमत में मिल रहा है। 

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इसी तरह का हाल तमिलनाडु में भी है। राज्य के इरोड में स्थित एक अंडा उत्पाद निर्माता ने बताया कि सर्दी की मांग के कारण अंडे की कीमतों में आम तौर पर वृद्धि होती है, जबकि ब्रॉयलर दरों में कमी आती है क्योंकि आपूर्ति में वृद्धि होती है, लेकिन अंडे की कीमतों में इतनी बढ़ोतरी कभी नहीं देखने को मिली। तमिलनाडु एग पोल्ट्री फॉर्मर फेडरेशन के उपाध्यक्ष वंजीली सुब्रमण्यम के मुताबिक अंडे के थोक मूल्य में 15 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। उन्होंने कहा बढ़ोतरी का कारण व्यापक बारिश के बाद ठंड होना और दो से अधिक वर्षों के अंतराल के बाद कृषि गतिविधियों की शुरुआत होना है।

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राष्ट्रीय अंडे समन्वय समिति (एनईसीसी) के कार्यकारी सदस्य राजू भोंसले ने अंडे की बढ़ती किमतों का कारण बताया। भोंसले के मुताबिक मांग में अनुमानित 15 फीसदी की बढ़ोतरी को बताया। साथ ही उन्होंने कहा कि जब सब्जियां बहुत महंगी हो जाती हैं, तो लोग अंडे पर जाते हैं, इसके साथ ही साथ अंडों की कीमत भी बढ़ जाती है। बता दें कि रिटेल में प्याज और टमाटर 40-50 रुपए प्रति किलोग्राम बिक रहे हैं, जबकि फूलगोभी और बैंगन के दाम 60-100 रुपए तक की ऊंची कीमतों पर है।

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वहीं इसका एक कारण ये भी है कि कर्नाटक और तमिलनाडु में सूखे के चलते मक्का की फसल पर असर पड़ा है। मक्का पोल्ट्री प्रोडक्शन के लिए सबसे जरूरी है। मक्का के दाम भी इन दिनों रिकॉर्ड 1900 प्रति क्विंटल पर हैं। चूंकि पोल्ट्री किसान कम प्राप्तियों और उच्च लागतों के बीच फंसे हैं। उनमें से कई ने अपने पक्षियों को समयपूर्व ही काट दिया, जिसका असर सीधे सप्लाई पर दिख रहा है।

Created On :   20 Nov 2017 6:02 AM GMT

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