मजाक बनी इमरजेंसी चिकित्सा सेवा, एंबुलेंस में नहीं एक भी डॉक्टर

Emergency medical service became joke,No doctor in ambulance
मजाक बनी इमरजेंसी चिकित्सा सेवा, एंबुलेंस में नहीं एक भी डॉक्टर
मजाक बनी इमरजेंसी चिकित्सा सेवा, एंबुलेंस में नहीं एक भी डॉक्टर

डिजिटल डेस्क,कटनी। जिले में आकस्मिक चिकित्सा सेवा जहां बुरी तरह दम तोड़ चुकी है वहीं दूसरी ओर जिले सहित समूचे प्रदेश में आकस्मिक चिकित्सा सेवा देने वाली कंपनी नियमों व शर्तों का उल्लंघन कर रही है। कंपनी न सिर्फ स्वास्थ्य विभाग को लाखों का चूना प्रतिमाह लगा रही है बल्कि मरीजों की जान से भी खिलवाड़ किया जा रहा है।

गौरतलब है कि जिले सहित समूचे प्रदेश में 108 एंबुलेंस व जननी एक्सप्रेस सुविधा उपलब्ध कराने वाली कंपनी जिगित्सा हेल्थ केयर लिमिटेड ने अनुबंध की शर्तों का उल्लंघन कर MBBS डॉक्टरों की नियुक्ति नहीं की है। समूचे जिले में ZHL 108 संजीवनी एक्सप्रेस, एंबुलेंस व जननी एक्सप्रे, का संचालन स्वास्थ्य विभाग से अनुबंध के आधार पर कर रही है। अनुबंध के तहत सेवा प्रदाता कंपनी को हर पारी में 10 कॉल सेंटर की सीट पर कम से कम 1 MBBS डॉक्टर की नियुक्ति करनी थी। प्रदेश में 108 एंबुलेंस, जननी एक्सप्रेस, एमएमयू मिलाकर कुल कॉल सेंटर की 75 सीटें हैं। जिसके आधार पर प्रत्येक पाली में 07 MBBS डॉक्टर होने चाहिए, लेकिन इसका पालन नहीं किया जा रहा है।

Created On :   8 Sep 2017 3:15 AM GMT

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