बारिश के लिए भगवान को मनाने किसान कर रहे हैं कैसे-कैसे जतन

Farmers in chhindwara tries in many ways of to please the rain god
बारिश के लिए भगवान को मनाने किसान कर रहे हैं कैसे-कैसे जतन
बारिश के लिए भगवान को मनाने किसान कर रहे हैं कैसे-कैसे जतन

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। एमपी के कई हिस्सों में मानसून की बारिश कम हुई है। मानसून की बेरुखी से परेशान किसान अपने-अपने तरीकों से इंद्रदेव को मनाने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसी ही कोशिश छिंदवाड़ा में भी हो रही है। जहां एक किसान सिर के बल खड़े होकर तो दूसरा एक पैर पर खड़े होकर भगवान शिव का अभिषेक कर रहा है। गांवों में काफी समय से अंखड रामायण का पाठ और हरिनाम सत्ता के अब तक 100 से ज्यादा आयोजन कराए जा चुके हैं।  

गौरतलब है कि सीजन में कुछ जिलों में तो बारिश अच्छी हुई है, लेकिन कई जिलों में थोड़ी बारिश होकर रूक गई है। इससे किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच गई है। किसानों को अपनी फसल खराब  होने का डर सताने लगा है। इसी को लेकर किसानों के साथ आन लोग भी इंद्रदेव को मनाने के लिए जतन कर रहे है।

मानसून की बेरुखी से हताश किसान अब इंद्रदेव को मनाने के लिए तरह-तरह के जतन कर रहे है फसलों के सूखने से चिंतित किसान बारिश के लिए कठिन तप करने से भी पीछे नहीं हट रहे हैं। किसान सिर के बल तपस्या करने से लेकर एक पैर पर खड़े होकर भगवान शंकर का अभिषेक कर रहे है। चौरई ब्लॉक समेत पूरे जिले में इस बार अब तक औसत से आधी बारिश हो पाई है। ऐसे में पानी की कमी से फसलें सूखने की स्थिति में पहुंच गई हैं। कन्हरगांव डेम के न भर पाने से चिंतित नगर निगम ने भी हवन पूजन कर बारिश की कामना की। वहीं भाजपा कार्यालय में किसान मोर्चा ने अनुष्ठान कराया गया। 

सिर के बल पर हो रही तपस्या
विकासखंड के पिपरिया मानसिंह गांव में रहने वाले किसान बालकराम पंचेश्वर ने शनिवार को गांव के हनुमान मंदिर में पूरे दिन सिर के बल पर खड़े होकर बारिश के लिए कामना की। उन्होंने बताया कि पूरा गांव खेती के ही भरोसे है। पानी नहीं गिरने से लोग परेशान हैं। ऐसे में यह तप भगवान को प्रसन्न करने के लिए कर रहे हैं। इसके अलावा कुंडा परासिया के मोहित ठाकुर ने भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए गांव के ही शिव मंदिर में एक पैर से खड़े होकर अभिषेक किया। उन्होंने बताया कि एक पखवाड़े से बारिश नहीं होने से पूरे गांव का मक्का सूख गया है। जिससे सभी किसान परेशान हैं। इसके लिए भगवान को प्रसन्न करने के लिए अनुष्ठान कर रहे हैं।


 

Created On :   20 Aug 2017 8:08 AM GMT

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story