घी को लेकर आपके मन हैं ये गलत फहमियां, तो यहां पढ़िए हो जाएंगी दूर

घी को लेकर आपके मन हैं ये गलत फहमियां, तो यहां पढ़िए हो जाएंगी दूर

डिजिटल डेस्क, भोपाल। घी सुनते ही लोगों के मन में मोटापा बढ़ने का डर सताने लगता है, खास कर लड़कियों के मन में घी को लेकर कई भ्रांतियां हैं। घी में कई गुण होते हैं, लेकिन ज्यादातर लोगों को इसमें केवल फैट ही नजर आता है। वजन बढ़ने के डर से अगर आपने घी से दूरी बना लेते। घी के बारे में आम लोगों की धारणा यही है कि इससे वजन बढ़ता है जबकि आयुर्वेद में घी खासकर गाय के घी को अमृत समान बताया गया है। इसके बहुत से फायदे हैं। गाय का घी स्वादिष्ट और सुगंधित होने के साथ-साथ वजन कंट्रोल करने, एनर्जी के स्तर को बढ़ाने, मानसिक स्वास्थ्य और त्वचा के लिए भी गुणकारी है। इसलिए कम से कम रोटियों में घी लगाकर खाना ही चाहिए। इससे चहरे पर चमक रहती है। आइए जानते हैं घी के और भी गुण जिनसे आप अनजान थे। 

                                    

वजन घटाने में करे मदद

गाय के देसी घी में कन्जुगेटेड लिनोलिक ऐसिड (Conjugated Linoleic acid) प्रचूर मात्रा में पाया जाता है। यह तत्व शरीर का वजन कम करने में प्रभावकारी माना गया है। देसी घी, शरीर के जमे हुए जिद्दी फैट को घटाने में मदद करता है और मेटाबॉलिज्म तेज करता है। इसलिए उचित मात्रा में घी का सेवन वजन बढ़ाता नहीं बल्कि कम करता है।

                                      

सिरदर्द में दे आराम

माइग्रेन में आमतौर पर सिर के आधे हिस्से में दर्द होता है और सिरदर्द के वक्त उलटी भी आ सकती है। इस समस्या से बचने के लिए गाय का घी फायदेमंद है। दो बूंद गाय का देसी घी नाक में सुबह शाम डालने से माइग्रेन का दर्द ठीक हो जाता है। साथ ही गाय का घी नाक में डालने से ऐलर्जी, नाक की खुश्की दूर होती है और दिमाग तरोताजा हो जाता है।

                                       

डायजेशन ठीक करें

देसी घी में बट्राइक ऐसिड (Butyric acid) काफी मात्रा में पाया जाता है। इसके अलावा घी में सरलता से विघटित होने वाले सैचुरेटेड फैट होते हैं। इन तत्वों की मौजूदगी की वजह से वनस्पति घी या तेल की तुलना में देसी घी आसानी से पच जाता है। आयुर्वेद के अनुसार देसी घी पित्त का शमन करता है, इसलिए यह कब्ज से बचाता है और शरीर से टॉक्सिक एलिमेंट्स यानी हानिकारक तत्वों को बाहर करता है। अगर ज्यादा कमजोरी लगे तो एक गिलास दूध में एक चम्मच गाय का घी और मिश्री मिलाकर पिएं। गाय के घी का नियमित प्रयोग करने से ऐसिडिटी और कब्ज की शिकायत कम हो जाती है।

                              

हड्डियां को बनाता है मजबूत

देसी घी में ऐंटी-कैंसर, ऐंटि-वायरल गुण होते हैं। बच्चे, बूढ़े या जवान सभी के लिए देसी घी का सेवन फायदेमंद माना जाता है। इसमें पाए जाने वाले विटमिन और पोषक तत्व हड्डियों को मजबूत बनाते हैं और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं।

                                

दिल के लिए लाभदायक

हृदय की धमनियों की रुकावट होने से हृदय की बीमारी होती है। देसी घी में पाया जाने वाला विटमिन, हृदय की धमनियों को रुकावट से बचाता है। देसी घी शरीर में बैड कलेस्ट्रॉल को घटाता है और गुड कलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाकर शरीर में संतुलन स्थापित करता है।

                              

हार्मोन्स को संतुलित करें

देसी घी में विटमिन A,विटमिन K2, विटमिन D, विटमिन E जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो हार्मोन्स के निर्माण और संतुलन के लिए आवश्यक हैं। गर्भवती स्त्री हो या स्तनपान कराने वाली महिलाएं, देसी घी का सेवन इनके लिए अच्छा होता है।

                               

ऐंटि-ऑक्सिडेंट से भरपूर

गाय के घी में बहुत ज्यादा मात्रा में ऐंटि-ऑक्सिडेंट पाया जाता है, जो फ्री रैडिकल्स से लड़ता है और चेहरे की चमक बरकरार रखता है। साथ ही यह त्वचा को मुलायम बनाता है और नमी देता है। त्वचा को पोषित करने के साथ-साथ ड्रायनेस को भी कम करता है। आप देसी घी से रोज चेहरे की मसाज कर सकते हैं।
 


 

Created On :   11 Dec 2017 3:43 AM GMT

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