ममता का उदाहरण है ये महिला, हिरणों को दूध पिलाती हैं महिलाएं

in jodhpur Bishnoi Woman Breastfeeds Baby Deer
ममता का उदाहरण है ये महिला, हिरणों को दूध पिलाती हैं महिलाएं
ममता का उदाहरण है ये महिला, हिरणों को दूध पिलाती हैं महिलाएं

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इंसान अपने बच्चे को सबसे ज्यादा प्यार करता है, लेकिन क्या आपने कभी ऐसा देखा या सुना है कि कोई जानवरों के बच्चे से भी उतना ही प्यार करे जितना अपने बच्चों से करता है साथ ही जानवर के बच्चे का लालन-पालन भी ठीक उसी तरह से करे जैसे की वो उसका खुद का बच्चा हो। दरअसल शेफ विकास खन्ना ने इंस्टाग्राम और ट्विटर पर एक ऐसी फोटो शेयर की है। जिसमें एक महिला हिरण के बच्चे को दूध पिला रही है। ये फोटो बहुत कम समय में काफी वायरल हो गई है। बता दें ये फोटो राजस्थान के पश्चिम में रह रहे बिशनोई समाज की महिला की है। इस फोटो में यह साफ देखा जा सकता है कि महिला कितने प्यार और अपनेपन से उस हिरण के बच्चे को दूध पिला रही है। 

बता दें कि अगर राजस्थान के इस मीलों दूर तक फैले रेगिस्तान में दुर्लभ होते खूबसूरत हिरण दिख रहे हैं, तो उसमें बिश्नोई समुदाय का बहुत बड़ा हाथ है। जिस महिला को आप फोटो में देख रहे हैं। उस महिला ने कई जख्मी और अनाथ हिरण के बच्चों को दूध पिलाकर ठीक किया है। विकास खन्ना ने भी इस फोटो को शेयर करते हुए लिखा कि बिश्नोई समुदाय की इस महिला ने उन्हें बताया कि उसने कई अनाथ और जख्मी हिरण के बच्चों को अपने ब्रेस्ट से दूध पिलाकर बड़ा किया है।

विकास ने फोटो अपलोड कर लिखा है
विकास ने फोटो अपलोड करते हुए लिखा- "मानवता का सबसे बड़ा रूप दया है" इस महिला ने मुझे बताया उन्होंने कई अनाथ और जख्मी हिरण के बच्चों को अपना दूध पिलाकर बड़ा किया है। विकास ने फोटो राजस्थान के जोधपुर के पास क्लिक की है। इस फोटो को करीब 28 हजार लोग लाइक कर चुके हैं।

आपको बता दें कि बिश्नोई समुदाय के लोग ना सिर्फ हिरण को बल्कि किसी भी जानवर पर अत्याचार को बर्दाशत नहीं करते हैं। वो सभी को ही इतना प्यार करते हैं। अगर आप कभी राजस्थान घूमने जाएं तो नागौर जोधपुर और बाड़मेर जिलों में इस तरह के अद्भूुत दृश्य देखने को मिल जाएंगे। राजस्थान में पर्यावरण और जानवरों को बचाने के लिए बिश्नोई समाज का ऐतिहासिक योगदान है।

Created On :   24 Nov 2017 8:09 AM GMT

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