जानिए क्यों है यह भूतिया गांव, जहां कोई नहीं रहना चाहता

in our country a village where no one human being lives, only ghost live
जानिए क्यों है यह भूतिया गांव, जहां कोई नहीं रहना चाहता
जानिए क्यों है यह भूतिया गांव, जहां कोई नहीं रहना चाहता

डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। क्या कभी आपने सुना है कि किसी जगह पर इंसानों की जगह सिर्फ भूतिया राज हों। अगर नहीं तो ये खबर आपको हैरान कर देगी। भारत में एक गांव ऐसा है, जो अब इंसानों का नहीं भूतिया गांव बन गया है। इस वीरान गांव में अब कोई इंसान नहीं रहता है। अगर कोई रहता है तो वो है सिर्फ भूत। इसी कारण से इस गांव को भूतिया गांव भी कहा जाने लगा है। ऐसा नहीं है कि यहां हमेशा से ही भूतिया वास रहा है। पहले इस गांव में इंसानों का बसेरा था, लेकिन एक ऐसी घटना हुई जिसने इस गांव के लोगों का नामो-निशान मिटा दिया।

क्या है इतिहास 

उत्‍तरखंड के चंपावत जिले के स्‍वाला गांव में 1952 में ऐसा कुछ घटित हुआ कि सब तहस नहस हो गया। एक बार इस गांव से एक पी.ए.सी. की बटालियन जा रही थी, जिसमें आठ जवान सवार थे। अचानक गाड़ी का बैलेंस बिगड़ा और गाड़ी खाई में जा गिरी। गाड़ी में फंसे जवानों ने गांव वालों से मदद की गुहार लगाई, लेकिन गांव के लोगों का ध्यान जवानों को बचाने के बजाए उनका सामान लूटने में था। जिसकी वजह से सभी जवान तड़प-तड़पकर मर गए।

भटकती आत्माएं, वीरान गांव

कहते हैं कि इस घटना के बाद से जवानों की भटकती आत्मा ने बदला लेने के मकसद से वो कोहराम मचाया जिसका कोई अंदाजा भी नहीं लगा सकता। उसके बाद से इस गांव में अजीब तरह की घटनाएं होने लगीं। लोगों को भयानक आवाजें सुनाई देने लगी, साथ ही गांव के लोगों को अजीब छाया भी दिखने लगी। इसी के चलते गांव में बहुत मौतें भी हुई। इन सब घटनाओं से परेशान होकर आखिर में सभी लोगों ने गांव छोड़ दिया और वहां से भाग गये। आज भी लोगों का मानना है कि उस गांव में उन जवानों की आत्मा भटकती रहती है। इसी कारण यह गांव वीरान पड़ा हुआ है। जिस स्थान पर पी.ए.सी. की गाड़ी पलटी थी। वहीं पर एक मंदिर भी बनवाया गया है और इस रास्ते से गुजरने वाली हर गाड़ी वहां रूकती है।

Created On :   16 Aug 2017 9:48 AM GMT

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