अमेरिका में खुलकर बोले अरुण जेटली, कहा- 'GST,नोटबंदी साहसिक कदम थे'

India carried out structural reform at the right time Arun Jaitley
अमेरिका में खुलकर बोले अरुण जेटली, कहा- 'GST,नोटबंदी साहसिक कदम थे'
अमेरिका में खुलकर बोले अरुण जेटली, कहा- 'GST,नोटबंदी साहसिक कदम थे'

डिजिटल डेस्क, वाशिंगटन। वित्त मंत्री अरुण जेटली अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष और वर्ल्‍ड बैंक की वार्षिक मीटिंग में हिस्‍सा लेने अमेरिका पहुंचे हुए हैं जहां उन्होंने जीएसटी, नोटबंदी को साहसिक कदम बताते हुए कहा कि इसके लिए विश्वभर ने भारत को सराहा। जेटली ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस शासित राज्यों के वित्त मंत्रियों ने जीएसटी को सपोर्ट किया लेकिन पार्टी इसको मुद्दा बनाकर विरोध कर रही है। इसी के साथ जेटली ने बताया कि उन्होंने H1B वीजा को लेकर अपनी चिंताएं यूएस को बता दी हैं और कहा है कि इस वीजा पर भारत से आने वाले लोग काफी पढ़े-लिखे होते हैं और यूएस की अर्थव्यवस्था को आगे ले जाने में योगदान देते हैं।

उन्होंने आगे कहा कि भारत में जारी आर्थिक सुधारों पर किसी भी चुनाव का असर नहीं होगा। भारत सरकार ने अर्थव्यवस्था के सुधार के लिए जो कड़े कदम उठाए हैं उस पर आने वाले किसी भी चुनाव का असर नहीं होगा और वे जारी रहेंगे। उन्होंने साफ किया कि जिस समय हमारी अर्थव्यवस्था 7% से 8% का ग्रोथ दिखा रही थी उसी वक़्त सुधार की ज़रूरत थी ना कि तब जब अर्थव्यवस्था गिरावट पर हो।

जेटली ने साफ किया कि मैं चुनावी आंकड़ों पर नहीं जाता हूं। बीजेपी के लिए गुजरात एक मजबूत राज्य है और हम गुजरात और हिमाचल दोनों में बेहतर प्रदर्शन करेगें। बता दें कि 9 नवंबर को हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं जबकि नवंबर या दिसंबर माह में ही गुजरात में चुनाव होने हैं हालांकि तारीखों का ऐलान अभी नहीं किया गया है।

क्रिस्टीन लगार्डे ने कहा- "भारत की इकोनॉमी मजबूत ट्रैक पर"
इंटनेशनल मॉनेटरी फंड की एमडी क्रिस्टीन लगार्डे का मानना है कि भारत की इकोनॉमी काफी मजबूत ट्रैक पर है और भविष्य में नोटबंदी और जीएसटी का अच्छा प्रभाव देखने को मिलेगा। हालांकि आईएमएफ ने भारत की ग्रोथ के अनुमान को घटा दिया था। 

लगार्डे का मानना है कि भारत में ऐसे काफी मजबूत रिफॉर्मं हो रहे हैं, जिनका नतीजा मीडियम और लांग टर्म में देखने को मिलेगा। पहले नोटबंदी और फिर बाद में जीएसटी के लागू करने के बाद यह देखना आश्चर्यजनक नहीं था कि इकोनॉमी की रफ्तार सुस्त पड़ी है, लेकिन लंबे समय में इसका अच्छा फायदा देखने को मिलेगा।

Created On :   15 Oct 2017 7:03 AM GMT

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