श्रीलंका की जमीं पर पहली बार 'क्लीनस्वीप', लिया 1997 का बदला
डिजिटल डेस्क, कोलंबो। इंडिया और श्रीलंका के बीच रविवार को कोलंबो के प्रेमदासा में सीरीज का आखिरी और 5वां वनडे खेला गया। आखिरी वनडे में भी टीम इंडिया ने श्रीलंका को 6 विकेट से हराकर इस सीरीज पर 5-0 से कब्जा कर लिया है। ये पहली बार है जब टीम इंडिया ने श्रीलंका की सरज़मीं पर उसे क्लीनस्वीप किया है। इससे पहले कोई भी इंडियन क्रिकेट टीम ये कारनामा नहीं कर पाई है। जबकि ये दूसरी बार है, जब इंडिया टीम ने विदेशी धरती पर किसी टीम का व्हाइटवॉश किया है। इससे पहले 2013 में टीम इंडिया ने विराट कोहली की कप्तानी में ही जिंम्बाव्बे को उसके घर में 5-0 से हराया था। इसी जीत के साथ टीम इंडिया ने 20 साल पुराना वो बदला भी ले लिया जब श्रीलंका ने टीम इंडिया को व्हाइटवॉश किया था। हालांकि वो 3 वनडे की सीरीज थी।
लिया 20 साल पुराना बदला
टीम इंडिया मौजूदा दौरे को मिलाकर अब तक श्रीलंका का 8 बार दौरा कर चुकी है। सबसे पहले टीम इंडिया ने 1985-86 में श्रीलंका का दौरा किया था, 3 मैचों की ये सीरीज 1-1 से बराबर रही। जबकि आखिरी मैच बारिश के कारण नहीं हो पाया था। इसके बाद 1993 में भी टीम इंडिया श्रीलंका गई और इस सीरीज को भी श्रीलंका ने 2-1 से जीत लिया। इसके बाद 1997 में टीम इंडिया ने तीसरी बार श्रीलंका का दौरा किया। तीन वनडे की इस सीरीज में पहला मैच इंडिया सिर्फ 2 रन से हार गई, जबकि अगले दोनों मैच श्रीलंका ने आसानी से जीत लिए। 1997 में श्रीलंका ने इंडिया को क्लीनस्वीप कर दिया। इसके बाद 2008 में टीम इंडिया ने धोनी की कप्तानी में श्रीलंका के खिलाफ उसे घर में पहली बार सीरीज जीती।
मौजूदा सीरीज में श्रीलंका को हराकर टीम इंडिया ने 1997 का क्लीनस्वीप का बदला ले लिया। इसी के साथ विराट कोहली पहले ऐसे इंडियन कैप्टन बन गए हैं, जिनकी कप्तानी में टीम ने श्रीलंका को क्लीन स्वीप किया।
कैसा रहा मैच का हाल?
श्रीलंका ने 5वें वनडे में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लिया। पहले बल्लेबाजी करते हुए श्रीलंका ने इंडिया टीम के सामने 239 रनों का टारगेट रखा। टारगेट चेज़ करने उतरी टीम इंडिया की शुरुआत अच्छी नहीं रही और अजिंक्य रहाणे 5 रन बनाकर आउट हो गए। इसके बाद रोहित शर्मा भी सिर्फ 16 रन बनाकर विशावा फर्नांडो की बॉल पर आउट हो गए। टीम की कमान कोहली ने संभाली और शानदार 115 बॉल पर 109 रन बनाए। रोहित के आउट होने के बाद मनीष पांडे आए लेकिन वो भी सिर्फ 35 रन ही बना सके। इसके बाद केदार जाधव ने जबरदस्त 63 रनों की पारी खेली और कोहली और जाधव ने मिलकर टीम को जीत के करीब ला दिया। आखिरी मौके पर जाधव आउट हो गए और उनकी जगह धोनी आए। लेकिन तब तक मैच इंडिया के हाथ में आ गया था और धोनी सिर्फ 1 बॉल ही खेल सके।
Created On :   4 Sep 2017 2:37 AM GMT