आखिर कहां गायब हो गई 'शेरीन मैथ्यूज', नहीं मिला कोई सुराग
डिजिटल डेस्क, ह्यूस्टन। भारतीय मूल के एक दंपती ने बिहार के नालंदा जिले से पिछले वर्ष एक दिव्यांग बच्ची को गोद लिया था। दंपती ने यह जिम्मा लिया था कि वह बच्ची की बेहतर से बेहतर परवरिश करेंगे, लेकिन साल भर नहीं बीता और बच्ची शेरीन मैथ्यूज रहस्मयी तरीके से लापता हो गई। बताया जा रहा है कि बच्ची को गोद लेने वाले पिता वास्ले मैथ्यूज ने दूध नहीं पीने की सजा देते हुए उसे सात अक्टूबर को सुबह तीन बजे के आस-पास अपने घर के बाहर छोड़ दिया था। जिसके बाद वह लापता हो गई। पुलिस बच्ची की तलाश में टेक्सास के रिचर्डसन में ड्रोन का इस्तेमाल कर रही है।
एफबीआई ने रिचर्डसन शहर में दो सप्ताह पहले रहस्यमय तरीके से लापता हुई तीन वर्षीय भारतीय बच्ची के घर से मोबाइल, लैपटॉप, वाशर और ड्रायर सहित 50 से अधिक सामान जब्त किए हैं। हालांकि इस केस में अभी तक कोई सुराग पुलिस के हाथ नहीं लगा है। इस मामले पर भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने चिंता जाहिर की है। अमेरिका में भारतीय दूतावास सक्रियता से इस मामले को देख रहा है।
शेरिन के लापता होने पर चिंता जाहिर करते हुए सुषमा स्वराज ने ट्वीट किया, ‘‘हम लापता बच्ची को लेकर बहुत अधिक चिंतित हैं। अमेरिका में भारतीय दूतावास सक्रियता से इस मामले को देख रहा है और मुझे अवगत करा रहा है।
@SushmaSwaraj Dear Madam. What action having you taken in regards to the missing NRI child in the US, #sherinmathews?
— Renny (@dailyconstruct) October 18, 2017
’’ ह्यूस्टन में भारत के महावाणिज्यदूत अनुपम रे ने ट्वीट कर कहा, ‘‘हम शेरिन मैथ्यू के मामले पर करीबी निगाह रख रहे हैं। हमने समुदाय और अधिकारियों से संपर्क किया है।’’
हालांकि एफबीआई के जासूसों ने घास, कचरा और लापता लड़की के भारतीय मूल के माता-पिता के तीन वाहनों से प्राप्त रसीदों का डीएनए लिया है। उन्होंने परिवार के एसयूवी से एक फ्लैश ड्राइव, सीट बेल्ट और रेडियो उपकरण भी लिया है।
जांचकर्ताओं को अभी भी बच्ची के मिलने की उम्मीद है। सार्जेंट केविन पेलचिच ने कहा, ‘‘हमने उम्मीद नहीं छोड़ी है, उसके जिंदा मिलने की उम्मीद है लेकिन हमारे पास समय बहुत कम है। इसलिए हम इस मामले का जल्द से जल्द सुलझाने का प्रयास कर रहे है।’’ जॉनसन काउंटी शेरिफ का कार्यालय और मैंसफील्ड पुलिस विभाग शेरिन मैथ्यूज की तलाश के लिए रिचर्डसन पुलिस विभाग की मदद कर रहा है।
Created On :   20 Oct 2017 3:31 PM GMT