'कनक’ पर तिजोरी खाली कर रही NMC , फिर भी स्थायी समिति ने मंजूरी

Kanak Resource Company got approval after scam
'कनक’ पर तिजोरी खाली कर रही NMC , फिर भी स्थायी समिति ने मंजूरी
'कनक’ पर तिजोरी खाली कर रही NMC , फिर भी स्थायी समिति ने मंजूरी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। लोगों के घरों से कचरा उठाने वाली कनक कंपनी पर NMC अपनी तिजोरी लुटाती आ रही है। घर-घर जाकर कचरा जमा कर उसे ढोने का काम कनक रिसोर्सेस कंपनी को दिया गया है। कंपनी ने पूर्व में गोल-माल कर अपने अनुबंध से अधिक रुपए की मंजूरी पा ली थी, इसके बाद 16 नवंबर को उसके अधिक खर्च को स्थायी समिति ने मंजूरी दे दी है।  बता दें मनपा ने कंपनी के साथ करार किया था, जिसमें उसे 449 रुपए प्रति टन देना तय हुआ था, इसकी अवधि 10 वर्ष थी। इसमें होलसेल प्राइज इंडेक्स (डब्ल्यूपीआई), डीजल एवं आॅयल की कीमत में बढ़ोतरी के अनुसार पैसे बढ़ाने थे। डीजल और आॅयल के अंतर में हाेने वाली बढ़ोतरी बंद करने के बाद सिर्फ डब्ल्यूपीआई की कीमत बची थी, लेकिन कंपनी के कस्टमर प्राइज (सीपीआई) भी जोड़ लिए गए हैं। 

तिजोरी से देनी पड़ी 7 करोड़ से अधिक की राशि
हिसाब-किताब सामने आने पर मनपा द्वारा 7 करोड़ से अधिक की राशि दी गई है। अब इस नई मंजूरी से ऐसा प्रतीत होता है कनक मनपा का दिवाला निकालकर ही दम लोगी। अभी कंपनी को कचरे का 1306 रुपए प्रतिटन दिया जाता है। शुरुआत के 5 सालों में मनपा ने स्थायी समिति से 65 करोड़ रुपए की मंजूरी ली थी। 12 जून 2014 में अगले 5 साल के लिए 27 करोड़ रुपए के हिसाब से 135 करोड़ रुपए को मंजूरी दी गई। कंपनी को अप्रैल, मई और जून 2016 में बढ़ने के कारण कंपनी को 1306 रुपए प्रति टन देने के निर्देश दिए गए। इसके बाद कंपनी ने नए रेट जोड़ दिए, जिससे कंपनी को 27 करोड़ रुपए की जगह 34 करोड़ 33 लाख रुपए का भुगतान किया गया। इससे मनपा की तिजोरी से 7 करोड़ 33 लाख रुपए कंपनी को देने पड़े। 33 करोड़ के बाद अब 43 करोड़ रुपए के लिए स्थायी समिति ने मंजूरी दे दी। इससे कंपनी को दी जाने वाली रकम लगभग दोगुनी हो गई।

खत्म होने वाला एग्रीमेंट
कचरा उठाने वाली कंपनी पर मनपा ने जमकर पैसा लुटाया, जबकि कंपनी के विरोध में लगातार शिकायतें आती रही हैं। इतना ही नहीं, करार को धता दिखाने वाले अधिकारियों को निलंबन की कार्रवाई का भी सामना करना पड़ा था। अब कुछ ही समय में कंपनी का करार खत्म होने वाला है, इसके लिए मनपा नई कंपनी खोज रही है।
 

Created On :   17 Nov 2017 11:56 AM GMT

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