CBI ने लालू से 7 घंटे में पूछे 100 सवाल, आज तेजस्वी से पूछताछ
डिजिटल डेस्क, पटना। राजद सुप्रीमो और पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव गुरुवार को रेलवे होटल घोटाला मामले में CBI के सामने पेश हुए। इस मामले में CBI ने लालू से 7 घंटे तक पूछताछ की। सूत्रों का कहना है कि लालू प्रसाद के साथ उनकी बेटी मीसा भी CBI ऑफिस पहुंची थी। आपको बता दें कि इस मामले में CBI ने पूर्व रेल मंत्री और उनके पुत्र तेजस्वी को नोटिस जारी करते हुए 3 और 4 अक्टूबर को पेश होने के लिए कहा था, लेकिन लालू किन्हीं कारणों से उस दिन सीबीआई ऑफिस नहीं पहुंचे। शुक्रवार को होटल घोटाले मामले को लेकर तेजस्वी यादव से पूछताछ होगी।
कुछ सवाल जो लालू से पूछे गए
- बीएनआर होटल और IRCTC के बीच जिस सहमति पत्र पर हस्ताक्षर हुआ उसकी शर्तें क्या थीं?
- आपने इस बारे में संबंधित अधिकारियों से जानकारी ली थी क्या?
- बीएनआर होटल्स को लीज पर दिए जाने में रेल मंत्री के रूप में उनकी भूमिका क्या थी?
- डिलाइट मार्केटिंग कंपनी में किस तरह का काम होता है?
- चाणक्य होटल के मालिक विनय कोचर और विजय कोचर को आप कैसे जानते हैं?
- क्या कोचर बंधुओं से आपकी मुलाकात हुई है?
- सरला गुप्ता को आप कैसे और कब से जानते हैं?
- डिलाइट कंपनी द्वारा हुए तीन एकड़ की जमीन की जो डील हुई, क्या इसकी जानकारी आपको थी?
- फरवरी 2005 को कोचर बंधुओं ने करीब 1.47 करोड़ रुपये की जमीन के मामले में डील की थी। क्या आपको जानकारी थी?
- डिलाइट कंपनी से जमीन डील के बारे में आप क्या जानते हैं?
- 2005 में दो फरवरी को कोचर बंधुओं द्वारा जो जमीन डिलाइट मार्केटिंग कंपनी को दी गई थी, उसकी क्या वजह थी?
- इस मामले में आपके बेटे तेजस्वी यादव और आपकी पत्नी राबड़ी देवी को संपत्ति दी गई। क्या इसकी जानकारी आपको थी?
ये है मामला
तफ्तीश में यह सामने आया है कि मई 2004 में जब लालू प्रसाद रेल मंत्री थे जो उन्होंने अपने पद का दुरुपयोग किया। पूर्व रेल मंत्री ने अपने कार्यकाल के दौरान रांची और पुरी में बीएनआर होटलों के विकास, रखरखाव और संचालन के लिए टेंडर निकाले थे। बीएनआर होटल रेलवे के हेरिटेज होटल हैं जिन्हें आईआरसीटीसी ने अपने अधीन कर लिया था।। दोनों होटलों का टेंडर मैसर्स सुजाता होटल प्रा.लि. को दिया गया था। सुजाता होटल प्रा.लि. के मालिक विजय कोचर और उनका भाई हैं। उनका कहना है तफ्तीश में यह भी खुलासा हुआ है कि विजय कोचर और हर्ष कोचर ने 25 फरवरी 2005 में पटना स्थित तीन एकड़ जमीन को दस सेलडीड के जरिये सरला गुप्ता की कंपनी डीएमसीएल को ट्रांसफर की गई और बाद में पूर्व रेल मंत्री की पत्नी की कंपनी लारा प्रोजेक्ट्स को ट्रांसफर की गई। सीबीआई के एडीशनल डायरेक्टर का कहना है कि जिस सम्पति की कीमत सर्किल रेट के हिसाब से 32 करोड़ रुपये थे और मार्केट मूल्य 94 करोड़ रुपये उस जमीन को मात्र 65 लाख रुपये में बेचा गया था।
Created On :   6 Oct 2017 3:31 AM GMT