अगहन: तीर्थ का पानी शंख में भरकर करें पूजन, दूर हाेगी घरेलू कलह
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अगहन मास का गुरूवार बहुत ही अच्छा माना जाता है। वैसे तो इस पूरे माह का विशेष महत्व है, लेकिन गुरूवार के महत्व का उल्लेख शास्त्रों में भी मिलता है। इसी माह में भागवत कराने या उसके दर्शनों का भी पुण्य है। स्कंद पुराण में ऐसा वर्णन मिलता है कि घर में भागवत है तो पूरे अगहन माह उसका दर्शन अवश्य करें। यहां हम आपकाे इस माह से जुड़े कुछ अावश्यक तथ्य व उपाय बताने जा रहे हैं...
महत्चपूर्ण तथ्य व उपाय
-इस माह में गुरूवार उपवास, पूजन का पुण्य है। कहा जाता है कि यदि इस माह में भगवान विष्णु की पूजा पूरे मन और विधि-विधान से की जाए तो भक्ताें की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
-केशव से लेकर दामोदर तक प्रति द्वादशी को भगवान विष्णु के 12 नामों का जाप कर उनका पूजन करना चाहिए। कहा जाता है इस पूजन से मोक्ष के द्वार तो खुलते ही हैं साथ ही मनुष्य पूर्व जन्म को स्मरण करने वाला बन जाता है।
-इस माह की पूर्णिमा को चंद्रमा का पूजन भी पुण्यकारी बताया गया है। कहा जाता है कि चांद की रोशनी जीवन के सभी दुखों को हर लेती है। इसी माह में चंद्रमा को सुधा से सिंचित किया गया था। इसलिए इसे उत्सव की तरह मनाना चाहिए।
-ऐसी मान्यता है कि यही वह माह है कश्यप ऋषि ने कश्मीर प्रदेश को रचा था। उन्होंने यहां सृष्टि के सबसे खूबसूरत कणों को समाहित किया था।
-ओम दमोदराय नमः जपते हुए इष्ट और गुरू को प्रणाम करने से धन-बल की प्राप्ति होती है।
- शंख माह में तीर्थ का पानी भरकर विष्णुदेव की पूजा करें इसके पश्चात शंख मंत्र का जाप करते हुए घर में छिड़कें। इससे परिवार में शांति और क्लेष दूर होता है। इस माह को भी कार्तिक के ही समान पूजन-पाठ के लिए श्रेष्ठ माना जाता है।
Created On :   16 Nov 2017 3:39 AM GMT