अमेरिकी दंपति को छुड़ाने के लिए हो रही थी लादेन जैसी कार्रवाई की तैयारी

Navy SEALs were ready if Pakistan failed to free family held as hostages
अमेरिकी दंपति को छुड़ाने के लिए हो रही थी लादेन जैसी कार्रवाई की तैयारी
अमेरिकी दंपति को छुड़ाने के लिए हो रही थी लादेन जैसी कार्रवाई की तैयारी

डिजिटल डेस्क, वाशिंगटन।  हाल ही में पाकिस्तान की मदद से हक्कानी नेटवर्क के चंगुल से रिहा हुए अमेरिकी-कनाडाई दंपती को लेकर नया खुलासा हुआ है। अब तक माना जा रहा था कि पाक सैनिकों ने कार्रवाई कर इस परिवार को आतंकियों के चंगुल से छुड़ाया है, लेकिन सच्चाई इससे अलग है। पिछले माह उत्तर पश्चिमी पाकिस्तान के सुदूर इलाके से एक अमेरिकी ड्रोन से एक आतंकी शिविर में एक अमेरिकी महिला को होने की बात पता चली थी। अमेरिकी खुफिया विश्लेषकों ने महिला की पहचान अमेरिकी नागरिक कैटलान कोलमैन के रूप में की। जिसे पांच साल पहले अक्टूबर 2012 में कनाडाई पति जोशुआ बॉयल के साथ बंधक बना लिया गया था। इसके बाद अमेरिकी अधिकारियों ने पाक सरकार पर सीधी कार्रवाई कर बंधक परिवार को छुड़ाने का दबाव बनाया। उन्होंने चेतावनी दी अगर पाकिस्तान ने आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की तो अमेरिकी कंमाडो ओसामा बिन लादेन की स्टाइल में बंधकों को छुड़ाने की कार्रवाई करेंगे। 

अमेरिका ने दी सीधी चेतावनी
ड्रोन से से एकत्र सुराग ही अंतत: उनकी रिहाई की वजह बना। एक वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी ने बताया कि अमेरिकी कैप्टिव की लोकेशन मिलने के बाद सैन्य योजनाकारों ने नेवी सील टीम-6 के कंमाडो को इस परिवार को आतंकियों के चंगुल से छुड़ाने की तैयारी करने को कहा। बाद में प्रभावों को देखते हुए इस योजना को टाल दिया गया। इसके कुछ समय बाद आतंकियों ने बंधक बनाए गए परिवार को शिविर से हटा कर एक दूसरी जगह भेजने का निर्णय लिया। अमेरिकी खुफिया तंत्र इस बीच हक्कानी नेटवर्क की गतिविधियों पर नजदीकी नजर रखे हुए था। एक अमेरिकी अधिकारी ने बताया पाकिस्ता्न में अमेरिकी राजदूत डेविड हेल ने पाकिस्तान सरकार को सीधा संदेश दिया कि वह इस मामले को तुरंत हल करे। पाकिस्तान ने कार्रवाई नहीं को तो अमेरिकी कमांडो कबायली इलाके में ओबामा लादेन वाले अभियान की तरह हमला कर बंधक अमेरिकी कनाडाई परिवार को रिहा कराने का प्रयास करेंगे। 

अमेरिकी दबाव के आगे झुका पाक
सन 2011 में पाकिस्तान सरकार को सूचना दिए बिना ओसामा बिन लादेन के विरुद्ध की गई अमेरिकी कार्रवाई से पाकिस्तान की बहुत किरकिरी हुई थी। उस कार्रवाई को भी नेवी सील-6 के कमांडों ने ही अंजाम दिया था। पाक नहीं चाहता था कि ऐसी ही एक अन्य कार्रवाई से उसकी फिर किरकिरी हो। इसी दबाव में पाकिस्तान हक्कानी नेटवर्क के खिलाफ कार्रवाई करके बंधक परिवार को छुडाने के लिए राजी हो गया। पाक खुफिया एजेंसी आईएसआई से हक्कानी नेटवर्क से अच्छे संबंध माने जाते हैं। पाक अगर आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करता तो अमेरिका के सामने उसकी फजीहत होती, जो पहले ही उस पर आतंकियों का सरपरस्त होने का आरोप लगाता रहा है। 

ट्रंप ने की पाक की सराहना 
पाक अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने कुछ ही घंटों में तैयारी कर ली। अमेरिकी खुफिया सूचनाओं की सहायता से जल्दी ही उस वाहन का पता लगा लिया गया जिसमें बंधक परिवार को ले जाया जा रहा था। इसके बाद अचानक किए हमले में उन्हें आतंकियों से छुड़ा लिया गया। अमेरिकी इंटेलीजेंस अधिकारियों की अथक मेहनत अंतत: रंग लाई और अक्टूबर 2012 में हक्कानी नेटवर्क द्वारा अपहृत कोलमैन, उनके पति जोशुआ बायल और तीन बच्चों को बचा लिया गया। जब उनका अपहरण किया गया था उस समय कोलमैन सात माह की गर्भवती थीं। आतंकियों के कब्जे में उन्होंने चार बच्चों को जन्म दिया। ट्रंप प्रशासन ने असली बात को छिपाते हुए इसे पाकिस्तान की बड़ी उपलब्धि बताया। उन्होंने सार्वजनिक रूप से बचाव अभियान में अमेरिका की भूमिका या दबाव डाले जाने का सार्वजनिक रूप से जिक्र नहीं किया। डोनाल्ड ट्रंप ने अपने एक बयान में कहा कि यह उपलब्धि पाकिस्तान-अमेरिकी संबंधों में मील का पत्थर साबित होगी।  

जानकारी जुटाई फिर बनाया दबाव
पिछले माह अमेरिकी इंटेलीजेंस अधिकारियों के हाथ संयोग से ही एक महत्वपूर्ण सुराग लग गया, जो अमेरिकी-कनाडाई दंपति की रिहाई की वजह बन गया। सीआईए ने पाक-अफगानिस्तान सीमा पर स्थित खुर्रम घाटी के कबायली इलाके में हक्कानी नेटवर्क के ठिकाने पर एक ड्रोन को स्थापित कर दिया। इससे वहां एक महिला और कुछ सशस्त्र लड़के होने की बात पता चली, जिसकी पहचान अमेरिकी अधिकारियों ने कोलमैन के रूप में की। इसके बाद सील कमांडो उसे छुड़ाने की तैयारी करने लगे। इसी बीच किसी अज्ञात वजह से हक्कानी नेटवर्क ने बंधक परिवार को वहां से हटाने का निर्णय लिया। 11 अक्टूबर को वे जैसे ही पाकिस्तान स्थित कोहट शहर की ओर रवाना हुए, तो अमेरिकी अधिकारियों को लगा कि बंधक परिवार को छुड़ाने का यही सबसे अच्छा समय है। इसके बाद अमेरिकी अधिकारियों ने पाकिस्तान सरकार पर कार्रवाई का दबाव बनाया। 

ट्रंप, मैटिस व टिलरसन का था समर्थन
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को इस घटना की जानकारी दी गई। अमेरिका के प्रतिरक्षा मंत्री जिम मैटिस और विदेश मंत्री रैक्स डब्ल्यू टिलरसन दोनों ने इस आइडिया का समर्थन किया कि अगर पाकिस्तान बंधक परिवार को बचाने की पहल नहीं करता तो नेवी सील को कार्रवाई करनी चाहिए। इसके बाद पाकिस्तान में अमेरिकी राजदूत हेल और यूएस सेंट्रल कमांड के प्रमुख जोसेफ एल वोटल ने पाकिस्तान सरकार पर तुरंत कार्रवाई करने का दबाव बनाया, जो अंतत: काम कर गया। अमेरिकी अधिकारी ने बताया कि इसके बाद पाकिस्तान से तेजी से कार्रवाई करते हुए कोलमैन और उनके परिवार को आतंकियों के कब्जे से मुक्त करा लिया। 

Created On :   18 Oct 2017 6:47 PM GMT

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