नॉर्थ कोरिया का छठा परमाणु परीक्षण, ट्रंप ने दिए कार्रवाई के संकेत

North Korea detonates sixth and most powerful nuclear test
नॉर्थ कोरिया का छठा परमाणु परीक्षण, ट्रंप ने दिए कार्रवाई के संकेत
नॉर्थ कोरिया का छठा परमाणु परीक्षण, ट्रंप ने दिए कार्रवाई के संकेत

डिजिटल डेस्क,टोक्यो। नॉर्थ कोरिया ने एक बार फिर दुनियाभर के तमाम देशों की धमकी और सख्ती को नजरअंदाज करते हुए भारतीय समयानुसार सुबह तकरीबन ढाई बजे न्यूक्लियर टेस्ट कर सभी को चौंका दिया। सबसे पहले जापान ने इस घटना की पुष्टि की। इसके बाद दक्षिण कोरिया ने भी इस खबर की पुष्टि करते हुए कहा कि ये परमाणु परीक्षण पिछले साल उसके परीक्षण से दस गुना ज्यादा शक्तिशाली था। बताया जा रहा है कि नॉर्थ कोरिया ने हाइड्रोजन बम बना लिया है।

भारत सहित अमेरिका, चीन, रूस, जापान जैसे देशों ने कड़ी नाराजगी जाहिर की है तो वहीं दक्षिण कोरिया ने अपने सैनिकों को अलर्ट कर दिया है। ट्रंप ने इस परीक्षण का विरोध करते हुए ट्विटर पर कहा कि नॉर्थ कोरिया एक दुष्ट राष्ट्र है और यह चीन के लिए भी खतरा और शर्मिंदगी का कारण बन गया है, जो उसे रोकने की कोशिश कर रहा है, लेकिन थोड़ी सफलता के साथ। ट्रंप ने दो टूक कह दिया है कि अमेरिका अन्य विकल्पों के अलावा उन देशों के साथ ट्रेड बंद करने पर भी विचार कर रहा है जो उत्तर कोरिया के साथ बिजनस कर रहे हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि वह उत्तर कोरिया मुद्दे पर वाइट हाउस में जनरल केली, जनरल मैटिस और अन्य मिलिटरी लीडर्स के साथ बैठक करने जा रहे हैं। 

नॉर्थ कोरिया के निशाने पर अमेरिका
खबरों के मुताबिक, नॉर्थ कोरिया ने ऐसा हाइड्रोजन बम विकसित कर लिया है, जो उसके द्वारा हाल में ही विकसित इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल में लोड किया जा सकता है। यानि अमेरिका अब सीधे नॉर्थ कोरिया के हाइड्रोजन बम के निशाने पर आ गया है। इस खबर की पुष्टि कोरिया की सेंट्रल न्यूज एजेंसी ने भी कर दी है। जापान ने प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने इस बीच कहा है कि किम जोंग-उन की ये हरकत बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस बीच चीन ने भी नॉर्थ कोरिया के इस टेस्ट के बाद कहा कि संदिग्ध विस्फोट के बाद 6.3 तीव्रता का भूकंप महसूस किया गया।

हाइड्रोजन बम मचा सकता है तबाही 
कोरिया की समाचार एजेंसी केसीएनए ने खबर दी है कि उच्च तकनीक और क्षमता वाला हाइड्रोजन बम बड़े पैमाने पर तबाही मचाने के काबिल है। बम के सभी उपकरण नॉर्थ कोरिया में ही विकसित किए गए हैं और इसकी ताकत सैकड़ों किलो टन है। ये भी कहा गया कि किम जोंग उन ने पिछले दिनों न्यूक्लियर वेपंस इंस्टीट्यूट का दौरा भी किया था, जहां ऐसे डिवाइस के बारे में जानकारी ली थी, जो सुपर एक्सप्लोसिव पॉवर वाला एक थर्मोन्यूक्लियर वेपन था।
 

Created On :   3 Sep 2017 7:49 AM GMT

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