कीटनाशक छिड़काव से एक और किसान की मौत

one more farmers died when he was Spraying pesticide in the field
कीटनाशक छिड़काव से एक और किसान की मौत
कीटनाशक छिड़काव से एक और किसान की मौत

डिजिटल डेस्क, नागपुर। प्राकृतिक आपदा और सरकारी नीति के फेर में फंसे किसानों की बदकिस्मती उनका पीछा छोड़ते दिखाई नहीं दे रही है। जैसे-तैसे किसी तरह संभलते किसानों के सामने अब दवा का छिड़काव काल बन कर आ रहा है और इससे विदर्भ में किसानों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है।

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हिंगना एमआईडीसी में एक और किसान की कीटनाशक छीड़काव के बाद मौत होने की जानकारी है। मृतक उमेश नीलकंठराव पौनीकर, पंचशील नगर, हिंगना निवासी है।  वह अपने खेत में तुअर और फल्ली पर कीटनाशक दवा का छिड़काव कर रहा था। इसके बाद उसकी अचानक तबीयत खराब हो गई। तत्काल उसे हिंगना स्थित ग्रामीण अस्पताल में उपचारार्थ ले जाया गया, जहां उसके मृत घोषित कर दिया गया। नागपुर जिले में कीटनाशक दवा के छिड़काव से यह 16वीं मौत है। इसके पहले यवतमाल ,गोंदिया सहित विदर्भ के अन्य क्षेत्रों में किसानों की कीटनाशक से छिड़काव से मौत हो चुकी है। 

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कंपनियां ने खड़े किए हाथ
कीटनाशक छिड़काव से किसानों की मौत पर पेस्टिसाइड कंपनियों ने हाथ खड़े कर दिए हैं।  इसके लिए किसानों को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। उधर, राज्य सरकार ने मामले की सीबीआई जांच की तैयारी दर्शाई है। फिलहाल आरोप-प्रत्यारोप के बाद भी किसानों की मौत की घटनाएं जारी हैं। शुक्रवार को हिंगना निवासी उमेश पौनीकर की मौत मामले ने फिर पेस्टिसाइड कंपनियों को कटघरे में खड़ा कर दिया है। फिलहाल मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस के गृहक्षेत्र में मौत होने से मामला और संवेदनशील बन गया है। आगामी 11 दिसंबर से विधानमंडल का नागपुर सत्र आरंभ होने जा रहा है। मौत के आंकड़े नहीं थमने से अब यह सरकार के लिए भी तकलीफदायक बनता जा रहा है।  सरकार ने शीघ्र ही इसे लेकर कोई कड़े कदम नहीं उठाए तो मामला संगीन हो सकता है।

Created On :   18 Nov 2017 8:53 AM GMT

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