मेट्रो सिटी में लोग होते हैं ज्यादा अस्थिर : सर्वे 

people living in metros feel more uncertain : survey
मेट्रो सिटी में लोग होते हैं ज्यादा अस्थिर : सर्वे 
मेट्रो सिटी में लोग होते हैं ज्यादा अस्थिर : सर्वे 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। मेट्रो सिटी और नॉन मेट्रो सिटी में रहने वाले लोगों के जीवन पर एक सर्वे किया गया। जिसमें पता चला कि मेट्रो सिटी में रहने वाले लोग ज्यादा अस्थिर महसूस करते है। यह सर्वे बिरला सन् लाइफ इंश्योरेंस कंपनी ने ऑनलाइन किया है। सर्वे में 15-22 वर्ष के 1,540 लोगों ने हिस्सा लिया।

सर्वे में पाया गया है कि मेट्रो सिटी के 83 प्रतिशत लोग और नॉन मेट्रो सिटी में 67 प्रतिशत लोग खुद को अस्थिर महसूस करते हैं। 4 साल पहले 2013 में किए गए सर्वे में सामने आया था कि मेट्रो सिटी के 77 और नॉन मेट्रो सिटी के 68 प्रतिशत लोग अस्थिर महसूस करते थे। सर्वे में पता चला कि पुरुषों की अपेक्षा महिलांए ज्यादा अस्थिर महसूस करती हैं। महिलाओं की तीन बड़ी चिंताए अपने और परिवार की चिंता, बचत और स्वास्थ की चिंता और सपने और लक्ष्य की चिंताए हैं। 

सर्वे के अनुसार बच्चों के भविष्य को लेकर महिलाएं ज्यादा असहज रहती हैं, जबकि घर के बजट को पहली 5 चिंताओं में रखा गया है। पुरुषों को बच्चों के भविष्य को लेकर चिंता रहती हैं, जबकि महिलाओं को बच्चों के स्वास्थ की चिंता रहती हैं। सर्वे के अनुसार परिवारिक चिंता के प्रति लोगों में जागरुकता बढ़ी है। मेट्रो सिटी और नॉन मेट्रो सिटी के लगभग 76 प्रतिशत लोगों में परिवार को चिंता से बचाने के प्रति जागरुकता बढ़ी है।

Created On :   20 Aug 2017 1:58 PM GMT

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