#TopStory :BRICS में आतंक पर बरसे मोदी, पुतिन से भी की मुलाकात
डिजिटल डेस्क,शयामन। चीन में सोमवार से 9वें ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) सम्मेलन का आगाज हो गया है। ब्रिक्स सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ब्रिक्स के नए बैंक से सभी सदस्यों देशों को बड़ा फायदा है। उन्होंने कहा कि शांति और विकास के लिए एकदूसरे देश का सहयोग जरूरी है। उन्होंने यह भी कहा कि हिन्दुस्तान के युवा हमारे देश की बड़ी ताकत है। गरीबी से लड़ने के साथ भारत बड़े स्तर पर सफाई अभियान चला रहा है।
भारत ने घोषणापत्र में किया आतंकवाद का जिक्र
BRICS समिट में भारत ने आतंकवाद का मुद्दा उठाया हांलाकि ब्रिक्स फोरम में बोलने के बाद भारत ने अलग से यह मुद्दा उठाया है। भारत ने ब्रिक्स श्यामन घोषणापत्र के 48वें पैराग्राफ में आतंकवाद पर कड़ी चिंता व्यक्त करते हुए लिखा है कि हम लोग आसपास के इलाके में फैल रहे आतंकवाद और सुरक्षा की घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हैं। इन इलाकों में तालिबान, ISIL, अल-कायदा से खतरा है। वहीं ईस्टर्न तुर्कीस्तान इस्लामिक मूवमेंट, इस्लामिक मूवमेंट ऑफ उजबेक्सितान, हक्कानी नेटवर्क, जैश-ए-मोहम्मद, टीटीपी और हिज्बुल उत तहरीर का जिक्र किया गया है।
आपको बता दें कि चीन लगातार पाकिस्तान समर्थक आतंकी संगठनों को अंतराष्ट्रीय स्तर पर आतंकवादी घोषित करने में अड़ंगा लगाता रहा है। लेकिन ब्रिक्स के घोषणापत्र में इनका जिक्र होना भारत के लिए बड़ी सफलता है।
ब्रिक्स बैठक के बाद विदेश मंत्रालय ने प्रेस को संबोधित किया। विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया कि पीएम ने ब्रिक्स की बैठक में सभी देशों को एकजुटता से निर्णय लेने की अपील की। पीएम मोदी ने सुरक्षा परिषद में बदलाव की भी बात की। इसके अलावा पीएम ने मनी लॉन्ड्रिंग, काला धन का मुद्दा सभी देशों के सामने उठाया।
शी जिनपिंग ने कहा कि विकास के लिए सहयोग जरूरी
इससे पहले ब्रिक्स सम्मेलन को संबोधित करते हुए चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा कि बदलते हालात के बीच ब्रिक्स की अहम भूमिका है। उन्होंने कहा कि ब्रिक्स देशों के लिए चीन की कई अहम योजनाएं हैं। विकास के लिए एक-दूसरे का सहयोग जरूरी है। उन्होंने कहा कि आर्थिक सहयोग पर व्यावहारिक समाधान की जरूरत है। विकास के लिए हम पांचों देश एक मंच पर हैं।
प्रधानमंत्री मोदी रविवार को चीन के दक्षिण पूर्वी शहर शयामन पहुंच गए। जहां सुबह करीब 8 बजे इंटरनेशनल कांफ्रेंस सेंटर पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने किया। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच खासी गर्मजोशी देखने को मिली। शी जिनपिंग ने सम्मेलन में हिस्सा लेने पहुंचे रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, ब्राजील के राष्ट्रपति माइकल टेमर और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकोब जूमा का भी औपचारिक स्वागत किया।
इस दौरान मेजबान राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग ने सम्मेलन में हिस्सा लेने पहुंचे पीएम मोदी, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, ब्राजील के राष्ट्रपति माइकल टेमर और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकोब जूमा का औपचारिक स्वागत किया। इस दौरान पीएम मोदी और शी जिनपिंग के बीच खासी गर्मजोशी देखने को मिली। इस साल ब्रिक्स सम्मेलन की मेजबानी चीन कर रहा है और इसमें हिस्सा लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, ब्राजील के राष्ट्रपति माइकल टेमर और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकोब जूमा चीन के शियामेन शहर पहुंच गए हैं।
आज ही पीएम मोदी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भी मुलाकात करेंगे। साथ ही इस सम्मेलन में उत्तर कोरिया के हाइड्रोजन बम टेस्ट के मुद्दे के छाए रहने के आसार हैं। भारत समेत ब्रिक्स के सभी सदस्य देशों ने उत्तर कोरिया के हाइड्रोजन बम परीक्षण का कड़ा विरोध किया है।
जिनपिंग से मुलाकात पर रहेंगी सबकी निगाहें
ये सम्मेलन चीन और भारत के लिए बहुत महत्व रखता है क्योंकि ये सम्मेलन भारत-चीन के बीच डोकलाम विवाद खत्म होने के ठीक बाद हो रहा है। सम्मेलन में सबकी निगाह पीएम मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मुलाकात पर ही रहेगी।
Created On :   4 Sep 2017 2:29 AM GMT