मोदी के 'मन की बात', कहा- इसी माह आंदोलन में शामिल हुआ था पूरा देश

PM Narendra Modi talked about 34th time with mind talk, GST, Independence Day and womens cricket team
मोदी के 'मन की बात', कहा- इसी माह आंदोलन में शामिल हुआ था पूरा देश
मोदी के 'मन की बात', कहा- इसी माह आंदोलन में शामिल हुआ था पूरा देश


डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी आज 34वीं बार ऑल इंडिया रेडियो के जरिए "मन की बात" की। इस कार्यक्रम से मोदी देश के नीगरिकों के नाम संदेश जारी करते हैं और उनके सुझाव भी लेते हैं। मोदी के कार्यक्रम का ये 34वां "मन की बात" प्रसारण है, जो कि हर बार की तरह सुबह 11 बजे किया गया। साथ ही रेडियो के अलावा सभी मीडिया चैनलों में इसका प्रसारण किया गया। इसके अलावा मन की बात कार्यक्रम का प्रसारण क्षेत्रीय भाषाओं में रात आठ बजे किया जाएगा। 

पीएम मोदी ने आज के कार्यक्रम में पर्यावरण से मन की बात की। उन्होंने देश में बाढ़ के हालात पर चिंता जताते हुए कहा कि देश के कई हिस्सों में प्राकृतिक आपदा का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार सब देख रही है। मदद की पूरी काेशिश की जा  रही है। लोग सेवा भाव से आगे आ रहे हैं। भारत सरकार की ओर से सेना, एनडीआरएफ के जवान सेवा में लगे हैं। उन्होंने कहा कि बाढ़ में किसानों को सबसे ज्यादा नुकसान होता है। सरकार ने इंश्योरेंस कंपनी को एक्टिव करने की योजना बनाई है, ताकि किसानों को समय पर क्लेम मिले। उन्होंने कहा कि मौसम को जो पूर्वानुमान मिल रहा है वो सही साबित हो रहा है। उन्होंने सभी को मौसम की भविष्यवाणियों के अनुरूप काम करने को कहा। 

जीएसटी ने अर्थव्यवस्था को दिया सहारा 

पीएम मोदी ने आगे जीएसटी के सकारात्मक पहलुओं पर बात करते हुए कहा कि नई कर व्यवस्था ने अर्थव्यवस्था को सहारा दिया और इसे लेकर लोगों में उत्साह है। कई लोगों में जिज्ञासा है। उन्होंने कहा इतने बड़े देश में सफलतापूर्वक लागू करना और आगे बढ़ाना एक बड़ी सफलता है। जीएसटी लागू करने में सभी राज्यों की भागीदारी है और सभी की जिम्मेदारी है। सभी राज्यों ने सर्वसम्मति से लागू किया है। 

उन्होंने गुड़गांव की नीतू का उदाहरण देकर कहा कि जीएसटी के लागू होने का सभी इसका असर बताएं। पीएम ने कहा कि जीएसटी को लागू हुए एक महीना हो रहा है। इससे फायदा हुआ है, चीजें सस्ती हुई हैं। उत्तर पूर्व से लोगों ने कहा कि अब काम आसान हो गया है। ट्रांसपोर्ट पर इसका अच्छा असर पड़ा है। सामान की आवाजाही बढ़ी है। लोगों का सामान जल्द पहुंच रहा है। सुविधा हो रही है, पहले इस सेक्टर का काफी समय पेपर वर्क पर लगता था।

जीएसटी के पहले जिसका दाम जो था वह एक मोबाइल पर उपलब्ध है। वन नेशन वन टैक्स के इस प्रावधान पर तहसील तक के स्तर के अधिकारियों ने काफी मेहनत की है। इससे दुकानदार और उपभोक्ता में विश्वास बढ़ा है। जीएसटी से ईमानदारी की संस्कृति को बढ़ावा मिलता है।

देश की आजादी को किया याद

पीएम ने कहा कि अगस्त क्रांति का महीना है। इसी महीने में भारत में आजादी की क्रांति हुई। इस महीने में कई घटनाएं आजादी से जुड़ी हैं। उन्होंने कहा कि इस साल भारत छोड़ो की 75वीं वर्षगांठ मनाने जा रहे हैं। भारत छोड़ो, ये नारा डॉ यूसुफ मेहर अली ने दिया था। इतिहास के पन्ने भारत की आजादी की प्रेरणा है।

उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी के आह्वान पर पूरा देश एक आंदोलन में शामिल हो गया था। युवा आगे आए, सभी बड़े नेताओं को अंग्रेजों ने जेल में डाल दिया। असहयोग आंदोलन और भारत छोड़ो आंदोलन में महात्मा गांधी के दो अलग-अलग व्यक्तित्व दिखाई देते हैं। भारत छोड़ो में महात्मा गांधी ने करो या मरो का नारा दे दिया था। भारत का पहला स्वतंत्रता संग्राम 1857 में हुआ। तब से 1947 तक आंदोलन चलता गया। देश में आजादी के 70 सालों में रोजगारी बढ़ाने, गरीबी हटाने के लिए प्रयास हुए। उन्होंने अपील की और हा कि 2017 के 15 अगस्त को संकल्प दिवस के रूप में मनाए। उन्होंने कहा कि लोग अपने देश में सुधार के लिए संकल्प लें। 

महिला क्रिकेट टीम को दी बधाई

पीएम मोदी ने महिला क्रिकेट वर्ल्ड कप में भारतीय महिला टीम के बेहतरीन प्रदेर्शन पर टीम की तारीफ की। उन्होंने बताया कि हाल में भारत लौटी महिला टीम से उनकी मुलाकात हुई। मोदी ने महिला क्रिकेट टीम को भविष्‍य के लिए शुभकामनाएं दी। उन्‍होंने कहा देश की महिला क्रिकेट टीम ने महिला वर्ल्ड कप में शानदार प्रदर्शन किया। देश का मान बढ़ाया। मोदी ने टीम की हौसला अफजाई करते हुआ कहा कि भले ही वर्ल्ड कप नहीं जीत पाईं हों लेकिन टीम ने देश का दिल जीत लिया।

पीएम ने कहा कि पिछले तीन बार से मुझे शिकायत मिली कि मेरा भाषण लंबा होता है। इस बार मैं भाषण छोटा करने का प्रयास करुंगा। पीएम ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था में सामाजिक विश्वास है। उत्सव सामाजिक सुधार का अवसर है। उन्होंने कहा कि रक्षाबंधन, जन्माष्टमी आदि कई उत्सव होंगे। यहां पर गरीब की मदद का संकल्प लें। इससे व्यक्ति और समाज में जुड़ाव आता है।

Created On :   30 July 2017 6:30 AM GMT

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