नहीं मिली माफी, राष्ट्रपति ने खारिज की दुष्कर्म के आरोपियों की दया याचिका
टीम डिजिटल, नई दिल्ली. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के कार्यकाल में बस कुछ दिन और शेष हैं. 24 जुलाई को उनका कार्यकाल खत्म हो जाएगा. अपना पद छोड़ने से पहले राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने 2 दया याचिका को खारिज कर दिया है. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने जिन याचिकाओं को खारिज किया है उन्हें मई के आखिरी सप्ताह में प्रस्तुत किया गया था.
बलात्कार से जुड़ी हैं दोनों याचिका
दोनों ही दया याचिका बलात्कार मामले से जुड़ी हुईं थी.पहला केस साल 2012 का है. इंदौर में एक चार साल की बच्ची के साथ बलात्कार कर उसकी हत्या कर दी गई. इस केस में आरोपियों केतन, जीतू और सनी को दोषी पाया गया था.
दूसरा केस पुणे का है यहां एक कैब ड्राइवर पर अपने साथी के साथ मिलकर युवती के साथ बलात्कार व हत्या करने का आरोप है. पुरुषोत्म दसरख बोरेट और प्रदीप यशबंद कोकडे दोनों ने मिलकर विप्रो में काम करने वाली 22 वर्षीय युवती का बलात्कार कर उसकी हत्या कर दी थी. इस केस में फांसी की सजा सुनाई गई है. इन दो दया याचिका को खारिज करने के बाद अब-तक खारिज की गई कुल दया याचिका की संख्या 30 हो गई है.
Created On :   18 Jun 2017 3:53 AM GMT