स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति का सम्बोधन, कहा- न्यू इंडिया में गरीबी की कोई जगह नहीं

President Ram Nath Kovinds Message for country on the occasion of Independence Day
स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति का सम्बोधन, कहा- न्यू इंडिया में गरीबी की कोई जगह नहीं
स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति का सम्बोधन, कहा- न्यू इंडिया में गरीबी की कोई जगह नहीं

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। नवनिर्वाचित राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 71वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर देश के नाम संबोधन दिया है। देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं देते हुए राष्ट्रपति ने महात्मा गांधी, बाबासाहब अंबेडकर, सरदार पटेल जैसे सेनानियों के उपदेशों को आचरण में लाने की अपील की है। राष्ट्रपति ने अगले ओलंपिक में भारत के ज्यादा से ज्यादा मैडल जीतने की भी आशा व्यक्त की है। यह पहली बार है कि किसी भारतीय राष्ट्रपति ने अपने संदेश में खेलों का भी जिक्र किया है।

न्यू इंडिया में गरीबी की "नो एंट्री"

राष्ट्रपति ने अपने संदेश में न्यू इंडिया की बात करते हुए कहा कि न्यू इंडिया में गरीबी के लिए कोई जगह नहीं है। न्यू इंडिया का मतलब वर्तमान हालात से आगे जाना है। न्यू इंडिया  यानी एक संवेदनशील समाज जो आगे बढ़ने में मददगार हो। राष्ट्रपति ने कहा कि आधुनिक टेक्नोलॉजी का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करने की जरूरत है।

राष्ट्रपति ने कहा कि राष्ट्र निर्माण में जरूरी है कि हम अपनी भावी पीड़ी पर पूरा ध्यान दें। अपने बच्चे के साथ किसी गरीब या अनाथ बच्चे की भी मदद करें। समाज का प्रत्येक व्यक्ति ऐसा काम करके राष्ट्रनिर्माण में अपनी भूमिका अदा कर सकता है। अगर हम गौतम बुद्ध के बताए मार्ग पर चलते हैं तो हम भारत के 125 करोड़ दीपक बन सकते हैं, जो देश को ज्ञान और गौरव से प्रज्जवलित करे।

राष्ट्रपति ने अपने संदेश में कहा कि...

- स्वतंत्रता सेनानियों का उद्देश्य राजनीतिक लक्ष्य पाना नहीं था
- सुरक्षा कर्मी कर्तव्य ही नहीं करते हैं बल्कि देश की सेवा करते हैं, दिनरात बॉर्डर पर तैनात रहते हैं।
- सरकार की योजनाओं का लाभ सभी तबके को मिले, इसके लिए मिल-जुलकर काम करने की आवश्यकता है।
- देश को स्वच्छ बनाने में हम सब की महत्वपूर्ण भूमिका है।
- अनेक लोग और संगठन गरीबों और समाज के लिए खामोशी से काम कर रहे हैं, हमें उन्हें आगे बढ़ाना चाहिए।
- बेटियों से भेदभाव पर रोक सुनिश्चित करना हमारी जिम्मेदारी है।
- अपने दिव्यांग भाई-बहनों का हमें खास ध्यान रखना होगा।
- हमे खुशी है कि जनता ने जीएसटी को स्वीकारा है।
- नागरिक और सरकार के बीच साझेदारी राष्ट्रनिर्माण का आधार है, इसके आधार पर हम विकास की ऊंचाई छू सकेंगे।
- आधुनिक टेकनोलॉजी का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करने की जरूरत है।
- न्यू इंडिया में गरीबी के लिए कोई जगह नहीं है।
- अगले ओलंपिक में भारत ज्यादा से ज्यादा मैडल जीते।
- सरकार की योजना विकास के नए अवसर पैदा करना है।
- इंटरनेट का सही उपयोग करना चाहिए।
- सरकार ज्ञान की असमानता को खत्म करना चाहती है।
- सरकार पारदर्शिता पर जोर दे रही है।

Created On :   14 Aug 2017 2:10 PM GMT

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