पुलिस की लापरवाही, मेडिकल कॉलेज से विचाराधीन कैदी फरार

Prisoner escaped from police custody,one policeman suspend
पुलिस की लापरवाही, मेडिकल कॉलेज से विचाराधीन कैदी फरार
पुलिस की लापरवाही, मेडिकल कॉलेज से विचाराधीन कैदी फरार

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। एक बार फिर पुलिस की लापरवाही सामने आई है। जब सेंट्रल जेल से इलाज कराने आया विचाराधीन कैदी फरार हो गया। जेल प्रशासन ने मामले में कैदी की हथकड़ी खोलने वाले जेल प्रहरी को निलंबित कर दिया है।

गौरतलब है कि हत्या के प्रयास के विचाराधीन कैदी को कुछ दिन पहले ही कटनी से जबलपुर लाया गया था। गढ़ा थाना प्रभारी आरके गौतम ने बताया कि सेंट्रल जेल में धारा 307 के मामले में विचाराधीन श्रीनाथ को हृदय रोग की जांच के लिए 4 अन्य बंदियों के साथ जेल की एंबुलेंस में मेडिकल कॉलेज लाया गया था। दोपहर को जेल प्रहरी उग्रसेन मिश्रा और संतोष सिंह उसे शौच के लिए ले गए। हथकड़ी खोलने के बाद कैदी शौच के लिए चला गया। काफी देर तक कैदी बाहर नहीं आया तो दोनों ने दरवाजा खटखटाया, लेकिन दरवाजा नहीं खुला। जब दरवाजा तोड़ा गया तो पता चला कि कैदी खिड़की से कूदकर फरार हो गया। इसके बाद गढ़ा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई। पुलिस ने धारा 224 का प्रकरण दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है। 

कटनी जेल से आया था जबलपुर 
आरोपी जयदीप उर्फ बच्चू के खिलाफ कटनी के माधवनगर थाना में धारा 307 का प्रकरण दर्ज है। इस मामले में न्यायालय ने उसके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। कटनी पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा था। हृदय रोग होने की वजह से उसे एक सितंबर को सेंट्रल जेल जबलपुर भेजा गया था। जेल डॉक्टर की सलाह पर उसे मेडिकल कॉलेज में हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. आरएस शर्मा से जांच कराने के लिए लाया गया था। इस दौरान वह शौच के बहाने जेल प्रहरियों को चकमा देकर भाग गया। जेल अधीक्षक अनिल सिंह परिहार ने बताया कि प्रारंभिक जांच में पाया गया कि जेल प्रहरी उग्रसेन मिश्रा ने कैदी की हथकड़ी खोली थी। उग्रसेन को निलंबित कर मामले की विभागीय जांच शुरू कर दी गई है। विभागीय जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

Created On :   22 Sep 2017 2:35 AM GMT

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