कपास के खराब बीजों पर किसानों को मुआवजा मिलना शुरू

private company will pay compensation to farmer
कपास के खराब बीजों पर किसानों को मुआवजा मिलना शुरू
कपास के खराब बीजों पर किसानों को मुआवजा मिलना शुरू

दैनिक भास्कर न्यूज डेस्क, खरगोन। कपास के ख़राब बीजों के लिए निजी कंपनियों की ओर से महेश्वर, कसरावद और बडवाह के किसानों को मुआवजा मिलना शुरू हो गया है। किसान डॉ। रमेश पाटीदार ने बताया कि शुक्रवार को लगभग 70 किसानों को कंपनी की तरफ से मुआवजे का चेक दिया गया है।

साल 2010-2011 महेश्वर, कसरावद और बडवाह के 1100 किसानों ने निजी कंपनी से कपास बीज खरीदा था। लेकिन बीज ख़राब निकल गए। इससे उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ा। करीब 500 किसानों ने पहले मंडलेश्वर के कंज्यूमर कोर्ट और उसके बाद भोपाल के राज्य स्तरीय कंज्यूमर कोर्ट में केस फाइल किया था। अब कंज्यूमर कोर्ट ने फैसला किसानों के हक़ में सुनाया है। इससे किसानों को प्रति पैकेट 10 हजार रुपए, 5 हजार रुपए मानसिक प्रताड़ना और 500 रुपए कोर्ट खर्चा कंपनी की तरफ से दिया जाएगा। इसके साथ ही सितंबर में इस निर्णय को यथावत रख भुगतान 12 प्रतिशत ब्याज के साथ कंपनियों को किसानों को देने के लिए कोर्ट ने कहा है।

सीएम ने की कृषि मंत्री से मुलाकात

वहीं दूसरी और एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान शुक्रवार को नई दिल्ली में केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री राधा मोहन सिंह से मुलाक़ात की। इस मुलाकात में शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में प्याज के बम्पर उत्पादन से उत्पन्न हुई स्थिति से कृषि मंत्री को अवगत कराया। साथ ही कृषि मंत्री से प्याज की खरीद 15 जुलाई और मूंग व उड़द की दाल की खरीद 31 जुलाई तक करने का आग्रह किया है। शिवराज ने ग्रीष्मकालीन फसल जैसे मूंग, उडद और अरहर के लिए मूल्य समर्थन योजना के अंतर्गत क्रय संबंधी विषयों पर चर्चा की। उन्होंने एम।आई।एस। के अंतर्गत भारत सरकार से 2 लाख मीट्रिक टन के निर्धारित लक्ष्य को बढ़ाकर 8 लाख मीट्रिक टन करने की मांग की है।

Created On :   24 Jun 2017 8:14 AM GMT

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