फर्जी डॉक्टरों को स्वास्थ्य विभाग का सरंक्षण !

Protecting the health department of fake doctors!
फर्जी डॉक्टरों को स्वास्थ्य विभाग का सरंक्षण !
फर्जी डॉक्टरों को स्वास्थ्य विभाग का सरंक्षण !

डिजिटल डेस्क,कटनी। फर्जी नाम और डिग्री के आधार पर इलाज करने वाले हरियाणा के दो डॉक्टरों को जेल भेज दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई में दोनों के पास न तो डिग्री मिली थी न ही कोई दस्तावेज।

दरअसल पिछले पांच सालों से वैद्य एसएस शर्मा के नाम पर जिला कैथिल हरियाणा का विनोद और हरियाणा का कुलेंद्र सिंह बरही में अवैध क्लीनिक चला रहे थे। गुरूवार को प्रशासनिक टीम ने छापामार कार्रवाई करते हुए उन्हे पकड़ा था। पुलिस ने दोनों आरोपी फर्जी डॉक्टरों के खिलाफ मामला दर्ज कर न्यायालय में पेश किया। जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।

वहीं विजयराघवगढ़ में एक युवक की आंखों की रोशनी काफी हद तक छीनने के आरोप में घिरे इलेक्ट्रो होम्योपैथी डॉ. सुदीप मिश्रा पर विजयराघवगढ़ पुलिस ने अब तक प्रकरण दर्ज नहीं किया है। जहां एक ओर नेत्र रोग विशेषज्ञ की रिपोर्ट आने की बात कहकर पुलिस मामले से पल्ला झाड़ रही है। वहीं डॉक्टर पर आरोप लगाने वाले बाला युवक रामनरेश परौहा पर भी संदेह बना हुआ है। हालांकि पिछले एक दशक से विजयराघवगढ़ में बेखौफ चल रहे अवैध क्लीनिक को स्वास्थ्य विभाग का खुला संरक्षण मिला हुआ है। बीएमओ डॉ. विनोद से क्लीनिक पर कार्रवाई न होने के बारे में जब पूछा गया तो उन्होंने बताया कि करीब एक साल पहले क्लीनिक का निरीक्षण कर डॉ. सुदीप मिश्रा को अपनी पद्धति में ही चिकित्सा करने की मौखिक समझाईश दी गई थी।

एक तरफ विभाग कार्रवाई कर रहा है और दूसरी तरफ विकासखंड बड़वारा में इलेक्ट्रो होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति को मान्यता नहीं होने के बाद भी क्लीनिक चलाया जा रहा है, जिस पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग की ये दोहरा मापदंड कहीं न कहीं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों पर सवाल खड़े कर रहा है।

Created On :   22 July 2017 3:43 AM GMT

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