लालू सीबीआई के सामने पेश, बेटी मीसा बाहर लॉबी में करती रही इंतजार

Railway hotel tender case Lalu Yadav to appear before CBI today
लालू सीबीआई के सामने पेश, बेटी मीसा बाहर लॉबी में करती रही इंतजार
लालू सीबीआई के सामने पेश, बेटी मीसा बाहर लॉबी में करती रही इंतजार

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राजद सुप्रीमो और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव रेलवे टेंडर घोटाले मामले में सीबीआई के सामने पेश हो गए हैं। लालू के साथ उनकी बेटी मीसा भी थी लेकिन उन्होंने मीडिया से बात नहीं की। सीबीआई के सूत्रों के अनुसार लालू को जांच अधिकारी के पास ले जाया गया, जबकि मीसा से लॉबी में इंतजार करने को कहा गया। लालू के बेटे एवं बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को सीबीआई के समक्ष कल पेश होना है।

गौरतलब है कि लालू को पहले 3 अक्टूबर को पेश होना था, लेकिन वो कोर्ट नहीं पहुंचे थे। लालू और तेजस्वी की पेशी को लेकर पार्टी ने बुधवार को आपात बैठक बुलाई। लालू की पत्नी और बिहार की पूर्व सीएम राबड़ी देवी की अध्यक्षता में 10 सर्कुलर रोड पर पार्टी के विधायकों और जिलाध्यक्षों की आपात बैठक हुई। सूत्रों के मुताबिक, विधान मंडल की बैठक में इस बात पर चर्चा हुई कि पार्टी किस तरीके से संकट के दौर से गुजर रही है और ऐसे में भविष्य को लेकर पार्टी की रणनीति क्या हो? 

गिरफ्तारी की सूरत में क्या करेगी RJD ?

जानकारी के मुताबिक बैठक में इस बात को लेकर भी चर्चा हुई कि अगर रेलवे टेंडर घोटाले में सीबीआई की पूछताछ के बाद लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव को गिरफ्तार कर लिया जाता है तो पार्टी इसका कैसा मुकाबला करेगी?

बुधवार को दोपहर 12 बजे शुरू हुई बैठक साढ़े तीन बजे खत्म हुई। बैठक में पार्टी की रणनीति के अलावा, विभिन्न मुद्दों को लेकर पार्टी के स्टैंड पर चर्चा हुई। बैठक में सभी विधायकों और जिलाध्यक्षों ने भाग लिया। जानकारी के अनुसार बैठक शुरू होने के साथ ही पार्टी की वर्तमान हालत पर चर्चा हुई और पार्टी के स्टैंड पर विचार विमर्श किया गया।

क्या है पूरा मामला ?

रांची और पुरी के चाणक्य बीएनआर होटल जोकि रेलवे के हेरिटेज होटल थे। लालू यादव ने रेल मंत्री रहते हुए इन होटलों को अपने करीबियों को लीज पर बेच डाला था। ये दोनों होटल अंग्रेजों के जमाने के थे, इसलिए इनका ऐतिहासिक महत्व था पर अब नहीं रहा क्योंकि इन होटल्स को पूरा रेनोवेटेड कर दिया गया है। साथ ही लालू एवं उनके परिवार के खिलाफ एक हजार करोड़ की बेनामी संपत्ति का मामला रांची और पुरी से जुड़ा हुआ है। लालू प्रसाद जब रेल मंत्री थे तब रेल मंत्रालय ने रांची एवं पुरी के ऐतिहासिक होटल बीएनआर को लीज पर देने का निर्णय लिया। इस लीज के लिए रांची के कुछ होटल कारोबारियों के अलावा लालू प्रसाद के करीबी एवं झारखंड से राज्यसभा के सांसद प्रेमचंद गुप्ता की कंपनी दोनों होटलों को लेने में सफल रही और रांची का बीएनआर होटल पटना के प्रसिद्ध होटल चाणक्य के संचालक हर्ष कोचर को 60 साल के लिए लीज पर मिल गया।

लालू ने कहा, सब नियमों के मुताबिक

पहले तो लीज की अवधि 30 वर्ष रखी गई, परन्तु बाद में इसकी अवधि बढ़ाकर 60 साल कर दी गई। आरोप है कि इन दोनों होटलों को लीज पर देने की जितनी कीमत राज्य सरकार को मिलनी चाहिए वह नहीं मिली। वैसे इस मामले में लालू प्रसाद का कहना है कि रेलवे ने नियम के तहत इन होटलों को लीज पर दिया था और इससे उनका कोई लेना देना नहीं है।

Created On :   5 Oct 2017 4:29 AM GMT

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