देशभर में बाढ़ के कहर से 200 लोगों की मौत, रेस्क्यू जारी

flood across the country, 200 deaths, teams of Air Force and NDRF gathered in rescue work
देशभर में बाढ़ के कहर से 200 लोगों की मौत, रेस्क्यू जारी
देशभर में बाढ़ के कहर से 200 लोगों की मौत, रेस्क्यू जारी

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देशभर में बारिश के कहर से लाखों लाेगों का जीवन प्रभावित है। बाढ़ के हालात भयावह हाेने से अब तक देश के विभिन्न राज्यों में 200 से ज्यादा जानें बाढ़ की चपेट में जा चुकी हैं। बारिश कहर बनकर बरस रही है, जिससे देशभर में बाढ़ का कोहराम जारी है। असम, मणिपुर, गुजरात, राजस्थान, मध्यप्रदेश और पश्चिम बंगाल में जन-जीवन अस्त-व्यस्त है। लाखों लोग घर से बेघर हो गए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो  देश में अब तक बाढ़ से मरने वालों का आंकडा दो सैकड़ा से अधिक है। बाढ़ की चपेट में आए राज्यों में सड़के गायब हो गईं है। बाढ़ का गंदा पानी लोगों के घरों में घुस आया है, वहीं बाढ़ प्रभावित राज्यों में NDRF और वायुसेना की टीमें लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई है।

बंगाल में हालात 1978 से बदतर-ममता

पश्चिम बंगाल के ताजा हालातों की बात करें तो राज्य के 10 जिलों में जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। जबकि इनमें से पांच जिले बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। राज्य में बाढ़ के हालात इतने खराब हैं कि राज्य की सीएम ममता बनर्जी ने इसे 1978 में आई बाढ़ से भी अधिक भयावह बताया है। गौरतलब है कि पश्चिम मेदिनीपुर के घाटाल में शिलावती नदी पर बने बांध के टूट जाने से दो गांवों में पानी घुस गया, जिससे वहां के मकानों  में करीब 65 लोग फंस गए। बाढ़ में फंसे लोगों को बचाव के लिए वायुसेना बचाव चला रही हैं। राज्य सचिवालय से मिली जानकारी के अनुसार बाढ़ की वजह से अब तक राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में 28 लोगों की मौत हुई है, इनमें से अधिकांश लोगों की मौत डूबने की वजह से हुई है। दूसरी ओर दामोदर घाटी निगम की ओर से शुक्रवार को भी कई बांध से पानी छोड़ा गया। हालांकि शुक्रवार को अन्य दिनों की तुलना में डीवीसी ने कम पानी छोड़ा। राज्य सरकार से मिली जानकारी के अनुसार राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में कुल 207 राहत शिविर खोले गए हैं, जहां चार 45 हजार 420 लोगों को रखा गया है।

गुजरात में 111 की मौत

गुजरात में बाढ़ से बुरा हाल है। राज्यभर में बाढ़ की वजह से 111 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। रिहायशी इलाकों में पानी भरा हुआ है और ज़्यादातर नदियां उफ़ान पर हैं।  25 हज़ार से ज़्यादा लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है। इस काम में पिछले तीन दिनों में वायुसेना और एनडीआरएफ़ की टीम जुटी है। एनडीआरएफ़ की 6 और टीमों को बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत के लिए भेजा गया है। साथ ही बीएसएफ और सेना के जवान भी राहत में जुटे हैं। यहां के बनासकांठा के नेशनल हाइवे, 20 स्टेट हाइवे के अलावा करीब 300 से ज़्यादा सड़कें बुरी तरह प्रभावित हैं।

राजस्थान में बाढ़ जैसे हालात

राजस्थान में पिछले 10 दिनों से रुक-रुककर हो रही बारिश की वजह से बाढ़ के हालात बनने लगे हैं। बाढ़ से यहां 11 से ज्यादा मौतें हो चुकीं हैं। चुरू, जोधपुर, नागौर, जालौर, उदयपुर और पाली और सिरोही में हालात सबसे ज़्यादा ख़राब हैं। एनडीआरएफ़ और सेना की टीम ने बचाव और राहत के काम में जुटी है। बाढ़ में फंसे सैकड़ों लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है, लेकिन कुछ इलाकों में लगातार हो रही बारिश की वजह से राहत और बचाव के काम में परेशानी हो रही है। जोधपुर में सुधमाता बांध के टूटने से यहां के कई गांवों में पानी भर गया है। मौसम विभाग के मुताबिक आने वाले दो दिनों तक यहां और बारिश होने की संभावना है। 

पूर्वोउत्तर में बारिश मचा चुकी है कोहराम

गौरतलब है कि पिछले दिनों ओडिशा में भी भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात थे। सरकार ने रक्षा बलों की मांग भी की थी। वहीं पूर्वोत्तर राज्यों में भी बारिश से काफी नुकसान भी हुआ है। असम राज्य में भारी बारिश और भूस्खलन की वजह से 59 लोगों की मौत हो गई। मणिपुर में मूसलाधार बारिश से 300 से अधिक परिवारों के घर बाढ़ की चपेट में आ गए। जिस कारण लोग राहत शिविरों में शरण ली।

महाराष्ट्र और एमपी में भी आफत 

बिजली गिरने से महाराष्ट्र के लातूर और गढ़चिरौली जिले में कुल 7 लोगों की मौत हुई है। एमपी-छत्तीसगढ़ में भी बिजली गिरने से कई जानें जा चुकी हैं। मध्यप्रदेश में भारी बारिश के हालात बने हुए हैं। दरअसल पूर्वी मध्यप्रदेश व झारखंड से चला कम दबाव का क्षेत्र पश्चिमी मध्यप्रदेश में आकर सक्रिय हो गया है। इस वजह से लगातार बारिश हो रही है। प्रदेश के कई इलाकों में पिछले 24 घंटों से जारी लगातार बारिश से नदी-नाले उफान पर आ गए हैं। रायसेन और विदिशा जिले में लगातार भारी बारिश के कारण सागर-भोपाल, विदिशा और जबलपुर जाने वाला रास्ता बंद हो गया है। 

Created On :   29 July 2017 5:41 AM GMT

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