वृश्चिक से निकलकर इस राशि में प्रवेश,आज चाल बदल रहे हैं शनिदेव
डिजिटल डेस्क, भोपाल। न्याय के देवता सूर्य पुत्र, क्रूर ग्रह शनि कार्तिक माह में 26 अक्टूबर से अपनी चाल बदल रहे हैं। जिसका असर लगभग सभी राशियों के जातकों पर पड़ेगा। शनिदेव वृश्चिक राशि से निकलकर अाज गुरूवार (26 अक्टूबर 2017) को धनु राशि में प्रवेश करेंगे। शनि की चाल बदलते ही अनेक राशियों पर इसका असर स्पष्ट रूप से देखने मिलेगा।
वृश्चिक से निकलकर धनु में प्रवेश
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार 26 अक्टूबर को धनु राशि में प्रवेश करते ही वह धनु के शनि कहलाएंगे। शनि का इससे पूर्व वृश्चिक राशि में गोचर था। वहीं शनि के धनु में प्रवेश करते ही मेष व सिंह पर चल रही अढ़ैया समाप्त हो जाएगी। इन राशियों पर ढाई साल से अढ़ैया चल रही थी। इसके अतिरिक्त तुला राशि पर शनि की साढ़ेसाती भी शनि के चाल बदलते ही समाप्त हो जाएगी। इससे इन तीनों राशियों के जातकों को राहत महसूस होगी और जीवन में अनेक बदलाव देखने मिलेंगे। इन्हें सुखद समाचार भी प्राप्त होने के संकेत हैं वहीं रुके हुए कार्य भी पूर्ण होंगे।
इससे पूर्व शनि की चाल
इससे पूर्व साल 2017 में 26 जनवरी को वृश्चिक राशि से शनि का गोचर धनु में था। इस परिवर्तन से मकर राशि में साढ़े़साती शुरू हो गई थी। इसी प्रकार 21 जून को शनि ने अपनी वक्र अवस्था से धनु से वृश्चिक में प्रवेश किया। इसके बाद पुनः सक्रिया होकर अब 26 अक्टूबर को एक बार फिर वृश्चिक से निकलकर धनु में प्रवेश कर रहे हैं।
धीमी चाल का कारण
शनिदेव को पापी ग्रह भी माना गया है। लंगड़ाकर चलना इनकी धीमी गति की वजह है। कृष्ण वर्ण व कौआ इनकी सवारी है। ये क्रोध, बाधा, दुख, संघर्ष, अशुभ, मृत्यु व नपुंसकता के कारक माने गए हैं। ये लोगों को कर्मों के अनुसार दण्ड देते हैं इसलिए इन्हें न्याय का देवता कहा जाता है।
Created On :   23 Oct 2017 5:59 AM GMT