विजय रूपाणी की कंपनी पर 15 लाख का जुर्माना, कांग्रेस ने मांगा इस्तीफा
डिजिटल डेस्क, गांधीनगर। विधानसभा चुनावों से ठीक पहले SEBI ने गुजरात के सीएम विजय रूपाणी की एक कंपनी पर हेरा-फेरी के आरोप में 15 लाख रुपए का जुर्माना लगाया है। रूपाणी को यह जुर्माना 45 दिनों में देना होगा। SEBI के नोटिस में लिखा गया है कि इन कंपनियों ने निवेशकों को आकर्षित करने के लिए एक-दूसरे के शेयरों का व्यापार किया। SEBI ने उनके अलावा 22 कंपनियों पर कुल 6.9 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया है।
2011 में हुए थे सौदे
रूपाणी की कंपनी पर सारंग केमिकल्स की कंपनी के साथ व्यापार में हेर-फेरी का आरोप लगाया है। विजय रूपाणी की हिंदू अविभाजित परिवार (एचयूएफ) पर SEBI ने कार्रवाई करते हुए यह जुर्माना लगाया है। इन 22 नामों में दो ब्रोकर हैं, जिनके जरिये कारोबार किया गया था। उन दोनों से 8-8 लाख रुपये का जुर्माना वसूला जाएगा। कथित हेरफेर भरे सौदे जनवरी, 2011 से जून, 2011 के बीच किए गए थे।
SEBI एक्ट के उल्लंघन का आरोप
SEBI ने बताया है कि जनवरी से लेकर जून 2011 में रूपाणी की कंपनी ओर से ये हेर-फेर किया गया है। नोटिस में लिखा गया है कि इन कंपनियों ने निवेशकों को आकर्षित करने के लिए एक-दूसरे के शेयरों का व्यापार किया। SEBI ने 22 कंपनियों पर कुल 6.9 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया है, जिनमें से एक विजय रूपाणी की कंपनी है। मई 2016 में SEBI ने एक नोटिस जारी कर कहा था कि ये 22 कंपनियों ने SEBI के एक्ट का उल्लघंन किया है।
राहुल ने बोला हमला
चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस को रुपाणी और बीजेपी पर हमला करने का बड़ा मुद्दा मिल गया है। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर रुपाणी पर निशाना साधा।
न खाऊंगा, न खाने दूंगा की कहानी
— Office of RG (@OfficeOfRG) November 9, 2017
शाह-जादा, शौर्य और अब विजय रूपाणी https://t.co/OGHtSurQ5K
With Gujarat CM Vijay Rupani being found guilty of manipulative trading, it is time BJP climbed down from its perch and set its house in order.https://t.co/QluFXqVkii
— Congress (@INCIndia) November 9, 2017
गौरतलब है कि गुजरात में 9 और 14 दिसंबर को वोट डाले जाएंगे। गुजरात के नतीजे हिमाचल के साथ ही 18 दिसंबर को आएंगे। भारतीय जनता पार्टी ने विजय रूपाणी और उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल के नेतृत्व में चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। हालांकि, पाटीदार आंदोलनों के कारण भारतीय जनता पार्टी बैकफुट पर है।
विजय रुपाणी ने दी सफाई
इस जुर्माने के बाद विजय रुपाणी ने लिखित बयान जारी करते हुए सफाई पेश की है। उनके अनुसार सारंग केमिकल्स के शेयर्स ट्रांजैक्शन में फर्जीवाड़े के सेबी के फैसले को सिक्योरिटीज एपीलेट ट्रिब्यूनल ने रद्द कर दिया है। उन्होंने कहा कि उनके एचयूएफ अकाउंट से सारंग केमिकल्स के शेयर्स में टोटल ट्रांजेक्शन महज 0.1 फीसदी का है। वहीं इस ट्रांजैक्शन में उनके एचयूएफ अकाउंट में कोई बड़ा मुनाफा नहीं दर्ज है।
In 2011, the share broker of Vijay Rupani HUF had carried out only one transaction which is a minuscule part of the total transactions done by several unconnected entities. https://t.co/qtfOwEiWyi
— Vijay Rupani (@vijayrupanibjp) November 9, 2017
One of such persons against whom such an ex parte order was passed, approached SEBI Tribunal by filing an Appeal. Having found that none of the persons against whom the SEBI officer has passed an order is even heard, the Tribunal has quashed and set aside the said order.
— Vijay Rupani (@vijayrupanibjp) November 9, 2017
रूपाणी ने सफाई में कहा है कि "जिस शेयर का सट्टा होता हो उसमें करोडों रुपये का ट्रांजैक्शन किया जाता है, लेकिन उनके ट्रांजैक्शन में किसी तगड़े मुनाफे का हवाला नहीं है। विजय रुपाणी ने कहा कि 2009 में उनके एचयूएफ ने महज 63,000 रुपये के शेयर्स खरीदे थे और 2011 में उन्हें 35,000 रुपये में बेच दिया था। इसमें उन्हें कुल 28,000 रुपये का घाटा हुआ था।
Created On :   9 Nov 2017 11:19 AM GMT