रेमंड के मालिक को बेटे ने बनाया पाई-पाई का मोहताज

Son of Raymonds owner made him Pauper
रेमंड के मालिक को बेटे ने बनाया पाई-पाई का मोहताज
रेमंड के मालिक को बेटे ने बनाया पाई-पाई का मोहताज

डिजिटल डेस्क,लखनऊ। भारत के नामचीन कारोबारी और अरबपति को उनके ही बेटे ने पाई-पाई का मोहताज बना दिया है। रेमंड ग्रुप के मालिक विजयपत सिंघानिया को उनके बेटे गौतम सिंघानिया ने घर से निकाल दिया है। 12 हजार करोड़ रुपए के रेमंड ग्रुप के मालिक विजयपत आज किराए के मकान में रह रहे हैं।

78 वर्षीय सिंघानिया ने बेटे गौतम पर आरोप कई आरोप लगाए हैं। सिंघानिया के मुताबिक बेटे ने उन्हें एक-एक पैसे के लिए मोहताज कर दिया है। हाल ही में सिंघानिया ने बॉम्बे हाईकोर्ट में याचिका दायर कर जेके हाउस में अपने ड्यूप्लेक्स घर का पजेशन मांगा है। इसके बाद बुधवार को सिंघानिया के वकील ने कोर्ट को बताया कि विजयपत किस तरह पैसों की तंगी से जूझ रहे हैं।

बेटे के नाम की पूरी संपत्ति 

रेमंड ग्रुप के मालिक ने कंपनी में अपने सारे शेयर अपने बेटे गौतम के नाम कर दिए। इन शेयर्स की कीमत 1000 करोड़ रुपए बतायी जा रही है। सिंघानिया को उनके बेटे ने तब से ही परेशान करना शुरू कर दिया था। लेकिन अब तो बेटे ने उन्हें बेसहारा ही छोड़ दिया है। 
उनके वकील ने बताया, विजयपत सिंघानिया ने अपने बेटे गौतम सिंघानिया को बिजनेस सौंपने से पहले रेमंड लिमिटेड को देश में सबसे बड़े ब्रांडों में से एक बना दिया और आज रेमंड के बॉस गौतम, कंपनी के साथ ऐसा बर्ताव कर रहे हैं जैसे कि वह उनकी खुद की जागीर हो।

78 की उम्र में कोर्ट मांग रहे अपना हक

इंडिया के सबसे अमीर शख्स में शुमार विजयपत सिंघानिया आज साउथ मुंबई की ग्रैंड पराडी सोसाइटी में किराए के घर में रह रहे हैं। अपनी दुर्दशा के लिए विजयपत इसका दोष अपने बेटे और कंपनी के वर्तमान चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर गौतम सिंघानिया को देते हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उन्होंने बॉम्बे हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की है। इसमें कहा गया है कि मालाबार हिल के 36 मंजिला जेके हाउस में उनको पजेशन दिया जाए। 1960 में जब जेके हाउस बनकर तैयार हुआ तब यह 14 मंजिला था। बाद में चार डुप्लेक्स रेमंड की ही सहायक कंपनी पश्मीना होल्डिंग्स को दे दी गईं। 2007 में कंपनी ने फिर से पुनर्निर्माण शुरू करवाया।

करार के हिसाब से विजयपत सिंघानिया, उनके बेटे गौतम, विजयपत के मरहूम भाई अजयपत सिंहानिया की पत्नी वीणा देवी और उनके बेटे अनंत और अक्षयपत को 5,185 स्क्वेयर फीट का डुप्लेक्स मिलना था। इसकी कीमत 9,000 स्क्वेयर प्रति फीट थी।

अपार्टमेंट में अपने दावों को लेकर वीणा देवी और अनंत ने पहले से संयुक्त याचिका दाखिल कर रखी है। इनके अलावा अक्षयपत ने भी अलग से याचिका डाल रखी है।

पद्म भूषण से सम्मानित हैं विजयपत सिंघानिया 

पद्म भूषण से सम्मानित विजयपत सिंघानिया ने 1988 में लंदन से मुंबई तक अकेले हवाई उड़ान पूरी की। ब्रिटेन से अकेले प्लेन उड़ा कर मुम्बई पहुंचे थे। लेकिन विजयपत सिंघानिया ने कंपनी रेमंड को अंतर्राष्ट्रीय पहचान दी। ओमान में कंपनी का पहला विदेशी शोरूम 1990 में खुला था 1996 में देश में एयर चार्टर्ड सर्विस शुरू की। 
 

Created On :   10 Aug 2017 8:55 AM GMT

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