सुषमा के साथ विक्रमसिंघे की अहम मुलाकात, सोनिया गांधी भी मिलीं
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे इन दिनों भारत दौरे पर हैं। गुरुवार को पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात करने के बाद शुक्रवार को श्रीलंकाई पीएम विक्रमसिंघे से कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की। मुलाकात के दौरान सोनिया के साथ पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और राज्यसभा में पार्टी के उपनेता आनंद शर्मा मौजूद रहे। इसके अलावा श्रीलंकाई पीएम विक्रमसिंघे ने आज ही विदेश मंत्री सुषमा स्वाराज से भी मुलाकात की। श्रीलंकाई पीएम विक्रमसिंघे अपनी पत्नी मैत्री विक्रमसिंघे के साथ भारत के चार दिवसीय दौरे पर आए हुए है।
EAM @SushmaSwaraj called on Sri Lankan PM @RW_UNP today morning, both sides discussed steps to further intensify the already close and mutually beneficial relationship between the two counties. pic.twitter.com/7AXajFJIEK
— Raveesh Kumar (@MEAIndia) November 24, 2017
Congress President Sonia Gandhi, Congress VP Rahul Gandhi, Former PM Manmohan Singh @AnandSharmaINC met with Prime Minister of Sri Lanka H.E. @RW_UNP in Delhi. pic.twitter.com/0Zd0pRnKwn
— Congress (@INCIndia) November 23, 2017
गुरुवार को पीएम विक्रमसिंघे ने पीएम मोदी के अलावा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से भी मुलाकात की थी। दोनों देशों के प्रधानंमत्रियों कीमुलाकात को लेकर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट कर कहा था कि, "मोदी ने हैदराबाद हाउस में विक्रमसिंघे का स्वागत किया। दोनों देश आपसी हित और सम्मान पर आधारित मजबूत और नजदीकी रिश्तों को साझा करते हैं।"
इससे पहले विक्रमसिंघे ने साइबर स्पेस पर 5वें वैश्विक सम्मेलन में शिरकत की थी। श्रीलंका, भारत के जरिए दिए गए विकास ऋण के प्रमुख प्राप्तकर्ताओं में से एक है। भारत श्रीलंका को कुल 2.63 अरब डॉलर बतौर ऋण देने के लिए प्रतिबद्ध है, जिसमें 45.8 करोड़ डॉलर की राशि बतौर अनुदान शामिल है। जानकारी के मुताबिक, जब से भारत ने श्रीलंका के हम्बनटोना जिले के मट्टाला हवाई अड्डे पर निवेश में रुचि दिखाई है, तब से दोनों देशों के प्रतिनिधियों के बीच ये मुलाकात काफी अहम बताई जा रही है। वहीं अगर एक बार यह मुलाकात सफल हो जाती है तो यह चीन के खिलाफ नई दिल्ली के लिए श्रीलंका की धरती पर एक रणनीतिक निवेश होगा।
भारतीय अनुदान के माध्यम से देश के कई हिस्सों में शिक्षा, स्वास्थ्य, परिवहन कनेक्टिविटी, छोटे और मध्यम उद्यम विकास और प्रशिक्षण जैसे क्षेत्रों में विकास की परियोजनाओं को शामिल किया गया है। बता दें कि विक्रमसिंघे बुधवार को नई दिल्ली पहुंचे थे, जहां श्रीलंका के भारतीय राजदूत तरणजीत संधू ने उनका स्वागत किया था।
Created On :   24 Nov 2017 6:15 AM GMT