अगले चुनाव की ओर बड़ा कदम ?
डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट का तीन तलाक पर आया फैसला बीजेपी के मिशन 2019 लोकसभा चुनावों में काफी मददगार साबित होने की उम्मीद लगाई जा रही है। राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि इस ऐतिहासिक फैसले से मुस्लिम समुदाय में बीजेपी अपनी पैठ बनाने में काफी हद तक कामयाब हो पाएगी। देखा गया है कि पीएम नरेंद्र मोदी ने सार्वजनिक मंच से कई बार मुस्लिम महिलाओं के सपोर्ट में बयान दिए हैं। साथ ही वो तीन तलाक का विरोध करते हुए महिला सशक्तिकरण की बात भी करते रहे हैं। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने भी सुप्रीम कोर्ट के फैसले की तारीफ करते हुए इसे मुस्लिम महिलाओं के सुनहरे भविष्य की शुरुआत बताया है।
तीन तलाक के जरिए मुसलमानों को अपने साथ ला रही है बीजेपी ?
शाह ने अपने बयान में कहा, "बीजेपी आज के आदेश को नए भारत की दिशा में एक कदम की तरह देखती है।" इस तरह से ये बात साफ हो जाती है कि निश्चित रूप से बीजेपी आने वाले दिनों में अल्पसंख्यकों को अपने साथ लाने की पुरजोर कोशिश करेगी। तीन तलाक को बीजेपी का समर्थन अन्य पार्टियों के लिए परेशानी खड़ी कर सकता है। बीजेपी के एक नेता ने कहा कांग्रेस इतने सालों तक अल्पसंख्यकों के सहारे जिंदा रही है। लेकिन तीन तलाक जैसे मामलों पर उसने कभी कोई ठोस कदम उठाने का कोई प्रयास नहीं किया और इससे उनका आतंरिक विरोधाभास सामने आ गया।
साल 2014 के लोकसभा चुनावों के दौरान भी एक वरिष्ठ बीजेपी नेता ने मुस्लिम समुदाय के नेताओं से मुलाकात की थी। उस बैठक में काफी बड़े-बड़े भाषण दिए गए थे। कई वक्ताओं ने कहा था कि बीजेपी राष्ट्रीय दल होने के नाते मुसलमानों को नजरअंदाज नहीं कर सकती। बीजेपी के एक अन्य नेता ने बताया, "अल्पसंख्यकों का प्रतिनिधित्व सरकार में कम हो रहा है। इससे नीति में बदलाव की मांग जोर पकड़ेगी। आप एक बड़े चुनावी समुदाय को बीजेपी से दूर नहीं रख सकते।"
यूपी चुनावों में मुस्लिम बहुल इलाकों में जीत का श्रेय मुस्लिम महिलाओं के वोट को दिया गया था। इन चुनावों के दौरान पार्टी ने कई बार इस मुद्दे को उठाया और लगता है कि तीन तलाक राजनीतिक धारा में बड़ा बदलाव लाने की बीजेपी की नीति मे बहुत हद तक कामयाब होता दिख रहा है।
Created On :   23 Aug 2017 7:25 AM GMT