न्यू इंडिया में आतंकवाद, नक्सलवाद की जगह नहीं, 2022 तक होगा खात्मा
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। "भरत 2022 तक आतंकवाद और नक्सलवाद के चंगुल से पुरी तरह आजाद होगा।" ये सपना देखा है केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने। उनका कहना है कि "नए भारत" को आतंकवाद, नक्सलवाद, कश्मीर और उत्तर-पूर्वी राज्यों में उग्रवाद की समस्या से साल 2017-2022 तक मुक्त किया जाएगा। उन्होंने कहा कि "हमने कार्यकर्ताओं को गरीबी, भ्रष्टाचार, संप्रदायवाद और जातिवाद मुक्त भारत का संकल्प दिलाया है।"
बता दें कि, राजनाथ शुक्रवार को साइंटिफिक कन्वेंशन सेंटर में बीजेपी की ओर से आयोजित "संकल्प से सिद्धि" कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। यहां अगस्त क्रांति की 75वीं वर्षगांठ, स्वतंत्रता दिवस की 70वीं वर्षगांठ, डॉ. अंबेडकर की 125वीं जयंती, चंपारण आंदोलन के शताब्दी वर्ष जैसे आयोजन किए गए । राजनाथ ने कहा कि "बीजेपी ये कार्यक्रम कर रही है क्योंकि हमारा लक्ष्य सिर्फ सरकार बनाना नहीं, देश को उन्नत बनाना है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2017 में संकल्प लिया है कि 2022 तक देश को अशिक्षा, गरीबी, अभाव से मुक्त कर नए भारत का निर्माण किया जाएगा। गृहमंत्री ने विश्वास दिलाया कि आतंकवाद, नक्सलवाद, कश्मीर और नॉर्थ-ईस्ट में उग्रवाद की समस्या का समाधान भी 2022 तक होकर रहेगा।
किया केंद्र की उपलब्धियों का बखान
राजनाथ ने केंद्र सरकार के अचीवमेंट्स और योजनाएं भी बताई। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य जन आकांक्षाओं की सिद्धि, देश के मान में वृद्धि और आखिरी पायदान पर बैठे व्यक्ति की समृद्धि है। महात्मा गांधी ने 1942 में अंग्रेजों भारत छोड़ो का नारा दिया था। पांच साल में अगर देश आजाद हो सकता है तो पांच साल में हम न्यू इंडिया क्यों नहीं बना सकते?
स्वच्छता अभियान- गृहमंत्री ने कहा कि गांधीजी ने देश में स्वच्छता आंदोलन शुरू किया। नरेंद्र मोदी ने उसे जन आंदोलन बना दिया। महज गंदगी खत्म कर दवाओं पर लाखों करोड़ का खर्च बचाया जा सकता है।
भ्रष्टाचार पर नकेल- अटल बिहारी वाजपेई को छोड़कर कोई ऐसी सरकार नहीं रही जिस पर भ्रष्टाचार के आरोप नहीं लगे। मोदी सरकार सीना ठोंक कर कह सकती है कि उस पर कोई दाग नहीं है।
GST- जीएसटी से जिन लोगों को अभी थोड़ी बहुत परेशानी हो रही है, कुछ महीने बाद वह भी उसकी तारीफ करेंगे। चीन के विद्वान ने कहा है कि 2000 वर्ष पहले भारत सांस्कृतिक तौर पर चीन को नियंत्रित करता था। ये भारत के ज्ञान व अध्यात्म की ताकत है। जातिवाद और संप्रदायवाद बिना आध्यात्मिक ज्ञान के समाप्त नहीं होता। मंदिर, मस्जिद जाने से कुछ नहीं होगा जब तक हम इंसान को इंसान नहीं समझेंगे।
गृहमंत्री ने कहा कि महात्मा गांधी ने स्वच्छता के महत्व को पहचानकर इसे एक अभियान का रूप दिया था। लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इसे एक जनआंदोलन बनाया है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार बनाने की राजनीति नहीं करती, बल्कि राष्ट्र निर्माण और विकास की सियासत करती है।
Created On :   19 Aug 2017 3:37 AM GMT