बुजुर्ग महिला के घर पहुंचा 14लाख 23 हजार का बिजली बिल 

the electrictricity bill of a month of an old woman is 14 lakhs
बुजुर्ग महिला के घर पहुंचा 14लाख 23 हजार का बिजली बिल 
बुजुर्ग महिला के घर पहुंचा 14लाख 23 हजार का बिजली बिल 

डिजिटल डेस्क, सतना। पूर्वी क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के टिकुरिया टोला वितरण केंद्र की एक बुजुर्ग महिला उपभोक्ता सियादुलारी चौधरी उस वक्त दंग रह गईं जब उनके पास अगस्त माह का 14 लाख २३ हजार 702 रुपए का भारी भरकम बिल (नंबर501751665763) पहुंच गया। बेलहटा निवासी सियादुलारी के सामने एक और मुश्किल ये भी थी कि अगर तय समय पर वो विद्युत देयक का भुगतान नहीं करती हैं तो उन्हें बतौर पेनाल्टी 17 हजार 796 रुपए का अतिरिक्त भुगतान भी करना पड़ेगा। सियादुलारी के पति रामलखन लाले ने अतिरिक्त लाइन मैन रामकुमार सेन और लाइन मैन ने इस हैरत से कनिष्ठ अभियंता मणिराज विश्वकर्मा को अवगत कराया। एक तो बुजुर्ग उस पर हरिजन महिला के साथ ऐसी नाइंसाफी देख कंपनी अफसरों की भी सांस फूल गई। फटाफट स्थल निरीक्षण कर डिफेक्टिव मीटर को न केवल सीज कर टेस्टिंग के लिए लैब भेज दिया गया बल्कि नया मीटर भी लगा दिया गया। 

सिंगल फेज है घरेलू कनेक्शन 

 विद्युत उपभोक्ता सियादुलारी का सिंगल फेज का ये कनेक्शन 740 वॉट का है।  सितंबर माह में इस कनेक्शन पर बिजली की खपत उछल कर 1 लाख 45 हजार यूनिट हो गई। इस मान से इस कनेक्शन पर जहां 14 लाख 23 हजार 702 रुपए का बिजली बिल बना वहीं तय समय पर देयक का भुगतान नहीं करने पर 17 हजार 796 रुपए का अलग से सरचार्ज भी अधिरोपित था। कुल मिला कर देर से बिल भुगतान करने पर ये राशि 14 लाख 41 हजार 497 रुपए बनती। 

इकलौता मामला नहीं

विद्युत कंपनी के सिटी डिवीजन के बेलहटा के हिरनिया टोला में डिफेक्टिव मीटर के कारण ऐसा ही एक झन्नाटेदार बिल इस बार वीरेन्द्र यादव पिता विजय यादव को भी मिला। कंपनी सूत्रों ने ही बताया कि लगभग 88 हजार यूनिट पर इन्हें तकरीबन 8 से 9 लाख के बीच का बिजली बिल मिला। जेई ने परिसर पर पहुंच कर इस मीटर को भी सीज कर दिया है। 

डिफेक्टिव हैं 4 हजार से भी ज्यादा मीटर

कंपनी सूत्रों की मानें तो सिटी डिवीजन में हर तरह के लगभग 73 हजार 74 कनेक्शन के बीच 4265 मीटर डिफेक्टिव पाए गए हैं। बताया गया है कि फोटो मीटर रीडिंग के दौरान ये तथ्य सामने आया है।  ऐसे सभी मीटर स्टॉप कर दिए गए हैं। फोटो मीटर रीडिंग के दौरान इस तथ्य का भी खुलासा हुआ है कि इससे पहले मैनुअल मीटर रीडिंग के दौरान मीटर रीडरों ने जमकर मनमानी की है। नतीजा ये है कि सिटी डिवीजन में  20 लाख यूनिट से भी ज्यादा रीडिंग छूटी हुई मिली है। एक और दावे के मुताबिक शहर संभाग में फोटो मीटर रीडिंग का 75 फीसदी काम पूरा किया जा चुका है। वसूली के लिए जहां 10 करोड़ 91 लाख रुपए की रकम बकाया है,वहीं हर माह तकरीबन 12 से 14 करोड़ की डिमांड होती है। गौरतलब है, फोटो मीटर रीडिंग के कारण बिल इस बार और भी देर से आए हैं।

Created On :   20 Oct 2017 11:21 AM GMT

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