पुलिस की मिलीभगत से चल रहा कबाड़ का धंधा, कबाड़खानों में कट रहे चोरी के ट्रक

The illegal trade of the junk, running from the collusion of the police
पुलिस की मिलीभगत से चल रहा कबाड़ का धंधा, कबाड़खानों में कट रहे चोरी के ट्रक
पुलिस की मिलीभगत से चल रहा कबाड़ का धंधा, कबाड़खानों में कट रहे चोरी के ट्रक

डिजिटल डेस्क जबलपुर । करौंदा बायपास स्थित दो कबाडख़ानों में अवैध तरीके से ट्रकों को काटने का कारोबार चल रहा था। क्राइम ब्रांच और अधारताल पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई कर तीन ट्रक और ट्रकों के 7 इंजन जब्त किए हैं। इस मामले में चार लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
एएसपी क्राइम संदीप मिश्रा ने बताया कि रविवार को मुखबिर से सूचना मिली कि करौंदा बायपास स्थित हैदर मुंडा और सैयद मोहम्मद हुसैन रिजवी के कबाडख़ानों में अवैध रूप से ट्रकों को काटा जा रहा है। क्राइम ब्रांच और अधारताल पुलिस की टीम ने जैसे ही कबाडख़ानों में छापा मारा पूरे क्षेत्र में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। देखते ही देखते क्षेत्र के पूरे कबाडख़ानों में ताला लग गया। लगभग दो घंटे चली कार्रवाई के दौरान पुलिस ने हैदर मुंडा के कबाडख़ाने से दो ट्रक और ट्रकों के 7 इंजन जब्त किए हैं। सैयद मोहम्मद हुसैन रिजवी के कबाडख़ाने से एक ट्रक जब्त किया गया है। पुलिस ने इस मामले में हैदर मुंडा, उसके बेटे इरशाद अली, कटर सोहराब अली और कबाड़ी सैयद मोहम्मद हुसैन रिजवी को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
लंबे समय से चल रही थीं अवैध गतिविधियां
जबलपुर में लंबे समय से चोरी और अवैध तरीके से ट्रकों को काटने का कारोबार चल रहा है। करौंदा बायपास के आसपास बड़े कबाडख़ानों में रोजाना चोरी के ट्रक काटे जा रहे हैं। क्षेत्रीय लोग कई बार पुलिस को शिकायत कर चुके हैं, लेकिन स्थानीय पुलिस उन पर कार्रवाई नहीं करती है। बताया जाता है कि कबाड़ी एक ट्रक काटने के एवज में पुलिस को 10 से 20 हजार रुपए देते हैं। इसकी वजह से ट्रक काटने का कारोबार बेरोकटोक चल रहा है। क्राइम ब्रांच की कार्रवाई से कबाडिय़ों में दहशत का माहौल है।
काटा जा चुका है गृह मंत्री के भतीजे का ट्रक -
सूत्रों ने बताया कि दो महीने पहले करौंदा बायपास के पास बने कबाडख़ानों में गृह मंत्री भूपेन्द्र सिंह के भतीजे का ट्रक काटकर बेचा जा चुका है। इस मामले में सागर पुलिस जबलपुर से दो युवकों को गिरफ्तार कर ले गई थी। इसके बाद भी पुलिस ट्रक का पता नहीं लगा पाई। इस मामले के खुलासे के बाद भी शहर में धड़ल्ले से ट्रक काटने का कारोबार चल रहा है।पी-3    
टैक्स बचाने चोरी से कटवा रहे ट्रक
नियमों के अनुसार किसी भी ट्रक को कबाड़ को उस स्थिति में काटा जा सकता है, जब उसका आरटीओ का पूरा टैक्स जमा कर दिया गया हो। आरटीओ की एनओसी के बाद ही ट्रक को काटा जा सकता है। प्रारंभिक जांच में पुलिस को पता चला है कि ट्रक मालिक आरटीओ का टैक्स जमा किए बगैर अवैध तरीके से ट्रक कटवा रहे थे। पुलिस ने ट्रक मालिकों के दस्तावेज मांगे हैं। इसके अलावा पुलिस इंजन नंबर के आधार पर ट्रकों के मालिकों का पता लगाने की कोशिश कर रही है। कार्रवाई के दौरान टीआई विपिन ताम्रकार, एसआई अभिलाष मिश्रा, एएसआई टेकचंद शर्मा, आरक्षक राजेश पांडे, सुनील पारधी, प्रेम विश्वकर्मा, अखिलेश यादव, अजय जैन और राजेश केवट मौजूद थे।

 

Created On :   6 Nov 2017 8:17 AM GMT

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