साल का सबसे बड़ा सूर्यग्रहण आज, जानें कुछ जरूरी बातें

The largest solar eclipse of the year, some important things to know
साल का सबसे बड़ा सूर्यग्रहण आज, जानें कुछ जरूरी बातें
साल का सबसे बड़ा सूर्यग्रहण आज, जानें कुछ जरूरी बातें

डिजिटल डेस्क,भोपाल। आज साल का सबसे बड़ा सूर्यग्रहण है। इसे साल का सबसे बड़ा सूर्यग्रहण कहा जा रहा है क्योंकि ये पूर्ण सूर्यग्रहण होगा। ग्रहण शब्द सुनते ही लोग डर जाते ही कि कहीं इससे कुछ मनहूसियत ना फैल जाए। इसलिए कई तरह की चीजें भी करते हैं। वैसे तो जब सूर्यग्रहण होगा तब भारत में रात हो चुकी होगी। भारतीय समय के मुताबिक ये ग्रहण रात में 9.15 मिनट से शुरू होगा और रात में 2.34 मिनट पर खत्म होगा।

भारत में इस दौरान रात रहेगी, इसलिए यहां पर कहीं भी सूर्य ग्रहण दिखाई नहीं देगा। यह ग्रहण यूरोप, उत्तर/पूर्व एशिया, उत्तर/पश्चिम अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका में पश्चिम, दक्षिण अमेरिका, प्रशांत, अटलांटिक, आर्कटिक की ज्यादातर हिस्सों में दिखेगा। 

लेकिन फिर भी ये जानना जरूरी है कि सूर्यग्रहण पर क्या करना चाहिए और क्या नहीं। आज हम सर्यग्रहण और उसके दुष्प्रबाव के बारे में जानेंगे।

सूर्यग्रहण को समझें
सूर्य ग्रहण तब होता है, जब पृथ्वी और सूर्य के बीच चंद्रमा आ जाता है। सूर्य ग्रहण तीन प्रकार के होते हैं। 

पूर्ण सूर्य ग्रहणः पहला पूर्ण सूर्य ग्रहण होता है। जब चंद्रमा पूरी तरह से पृथ्वी को अपनी छाया में ले लेता तो इसे पूर्ण सूर्य ग्रहण कहते हैं। ऐसी स्थिति में सूर्य की किरणें धरती तक नहीं पहुंच पाती हैं और धरती पर अंधेरा छा जाता है। 

आंशिक सूर्य ग्रहणः दूसरा ग्रहण है आंशिक सूर्य ग्रहण। इसमें चंद्रमा सूर्य के कुछ हिस्से को ढक लेता है। उस दौरान धरती के कुछ हिस्सों पर सूर्य नजर नहीं आता। तीसरा होता है चंद्र ग्रहण के दो सप्ताह बाद सूर्य ग्रहण होता है।

वलय सूर्यग्रहणः तीसरे और अंतिम प्रकार का सूर्य ग्रहण वलय सूर्यग्रहण के नाम से जाना जाता है। इस प्रकार के ग्रहण के समय चन्द्र सूर्य को इस प्रकार से ढकता है, कि सूर्य का केवल मध्य भाग ही छाया क्षेत्र में आता है। सूर्य के बाहर का क्षेत्र प्रकाशित होने के कारण कंगन के समान प्रतीत होता हे। कंगन आकार में बने सूर्यग्रहण को ही वलय सूर्यग्रहण कहा जाता है।

जानें जरूरी बातें

मान्यताओं के मुताबिक सूर्यग्रहण के बाद पवित्र नदियों और सरोवरों में स्नान कर देवता की पूजा करनी चाहिए। गरीबों और ब्राह्मणों को दान दें।इससे ग्रहण के नकारात्मकता में कमी आएगी।

  • सूर्यग्रहण में ग्रहण शुरु होने से 12 घंटे पहले पहले भोजन नहीं करना चाहिए। बूढ़े, बच्चे और रोगी 3 घंटे पहले तक खा सकते हैं। 
  • ग्रहण के दिन पत्ते, तिनके, लकड़ी, फूल आदि नहीं तोड़ना चाहिए।
  • गर्भवती स्त्री को सूर्यग्रहण या चंद्रग्रहण नहीं देखना चाहिए। क्योंकि माना जाता है कि उसके दुष्प्रभाव से शिशु पर पड़ता है।
  • सूर्यग्रहण के समय बाल और वस्त्र नहीं निचोड़ने चाहिए और दांत भी नहीं साफ करने चाहिए। 
  • ग्रहण के समय ताला खोलना, सोना, मल-मूत्र का त्याग करना और भोजन करना - ये सब कार्य वर्जित हैं।
  • सूर्यग्रहण या चंद्रग्रहण के दौरान किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत को बिल्कुल नहीं करनी चाहि। 

क्या करें गर्भवती महिलाएं

  • ग्रहण व सूतक अवधि में घर से बाहर न निकलें।
  • ग्रहण को देखने की कोशिश न करें। 
  • भगवान का जप-ध्यान करें।

साइंस ने भी मानें इसके दुष्प्रभाव 

सूर्यग्रहण के दौरान पृथ्वी के उत्तरी एवं दक्षिणी ध्रुव प्रभावित होते हैं। इसलिए ये अवधि ऋणात्मक मानी जाती है। सूर्य से अल्ट्रावॉयलेट किरणें निकलती हैं जो एंजाइम सिस्टम को प्रभावित करती हैं। इसलिए सूर्यग्रहण के दौरान सावधानी बरतने की जरूरत है।

सूर्यग्रहण को कभी भी नंगी आंखों से नहीं देखना चाहिए। इसको देखने के लिए वैज्ञानिक प्रमाणित टेलिस्‍टकोप का ही इस्‍तेमाल करना चाहिए। सूर्य ग्रहण को देखने के लिए वैसे चश्‍में का भी इस्‍तेमाल किया जा सकता है, जिनमें अल्‍ट्रावॉयलेट किरणों को रोकने की क्षमता हो।
 

Created On :   21 Aug 2017 7:10 AM GMT

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